जनधन योजना का 10 साल पूरा, जानें इसके लाभ और खासियत…
प्रधानमंत्री जनधन योजना को आज 10 साल पूरे हो गए हैं. पीएम की इस महत्वकांक्षी योजना का उद्देश्य देश के हर वर्ग को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ने के साथ शुरू किया गया था. इसका फायदा सरकार औऱ आमजन दोनों ने बखूबी उठाया है. कोरोना काल में जब सरकार को जनता तक मदद पहुंचानी थी तो, इन खातों का ही प्रयोग किया गया था. इसके जरिए सरकार लोगों की मदद कर पाई थी, लेकिन क्या आपको मालूम है सिर्फ सरकारी मदद ही नहीं बल्कि जनधन खाते के अन्य भी कई लाभ मिलते हैं. वे क्या हैं और यह बचत खाते से कितना अलग और बाकी कई सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़े यह लेख…
कब हुई थी जनधन योजना की शुरूआत ?
साल 2014 में पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ जब पीएम मोदी ने सरकार बनाई थी तब उसी साल 28 अगस्त 2014 को पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरूआत की थी. इस योजना का उद्देश्य गरीब व ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ना था. इसके तहत उन्हें शून्य बैलेंस के साथ खाता खुलवाने की सुविधा दी गई थी. इस योजना से डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर (डीबीटी) से लोगों को सोशल सिक्योरिटी स्कीम का लाभ मिलने में सरकार को बहुत मदद मिली है. इससे सरकारी कार्यक्रम का धन सीधे लोगों के खाते में आता है.
एक लाख का दुर्घटना बीमा, 30 हजार का लाइफ कवर का मिलता है लाभ
इस संबंध में यूनियन बैंक के कार्यकारी निदेशक नितेश रंजन ने बताया कि जनधन खाता धारकों को खाता खुलवाने के साथ ही जमा राशि पर ब्याज दिया जाता है. इसके अलावा जनधन खाता धारकों को एक लाख रूपए का दुर्घटना बीमा और 30 हजार रूपए का लाइफ कवर दिया जाता है. साथ ही जनधन अकाउंट में मिनिमम बैलेंस की सीमा को निर्धारित नहीं किया गया है. जनधन खाताधारक को 10 हजार रूपए की ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी मिलती है. इसके साथ ही जनधन खाता धारकों को खाते के साथ ही रूपे डेबिट कार्ड भी दिया जाता है. इसके साथ ही आप बैंक के अलावा पोस्ट ऑफिस में भी जनधन अकाउंट खुलवा सकते हैं. इसके लिए आधार कार्ड और पैन कार्ड चाहिए. इसके अतिरिक्त जनधन खाते को ऑनलाइन रूप से खुलवाया जा सकता है.
बचत खाते से कैसे अलग है जनधन खाता
प्रधानमंत्री जनधन योजना से करोड़ों लोग लाभ ले रहे हैं, जबकि कई लोग ऐसे है जो जनधन खाता और बचत खाते को एक जैसा ही बताते हैं. वहीं बचत खाता से जनधन खाता बिलकुल अलग है. जनधन खाता खाताधारक को सबसे बड़ा लाभ 10 हजार रुपये की ओवरड्राफ्ट सुविधा है, जो कि बचत खाता धारक को नहीं मिलती है. इसके अलावा बचत खाते में निश्चित बैलेंस होना आवश्यक है, लेकिन जनधन में ऐसा नहीं है.
बचत खाता खोलने के लिए निश्चित धनराशि का होना जरूरी है, लेकिन जनधन खाता बिना किसी बैलेंस के खुल जाता है. जनधन खाता धारक को एक लाख का एक्सीडेंटल इंश्योरेंस के साथ 30 हजार का रिस्क कवर भी मिलता है, जो सामान्य बचत खाते में नहीं मिलता है. बैंक में बचत खाता खुलवाने के लिए आम तौर पर एक गारंटर की आवश्यकता होती है, लेकिन जनधन खाता के बिना गारंटर खोला जा सकता है. भारतीय नागरिक जन धन योजना खाता खोलने के लिए पात्र हैं.
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53 करोड़ से ज्यादा लोग उठा रहे जनधन योजना का लाभ
योजना के दस साल पूरे होने पर 53.13 करोड़ जन धन खाते देश भर में खोले गए हैं. इस समय देश में 53.13 करोड़ जन धन अकाउंट हैं. इनमें लगभग 2.3 लाख करोड़ रुपये का निवेश खाताधारकों ने किया है. वित्त मंत्रालय ने कहा कि, इनमें से लगभग 80 प्रतिशत अकाउंट अभी भी चल रहे हैं. साथ ही, अगस्त 2024 तक ऐसे अकाउंट का औसत बैलेंस 1,065 रुपये से 4,352 रुपये हो गया है. सरकार ने इस वित्त वर्ष में 3 करोड़ और जन धन खाते खोलने का लक्ष्य रखा है. बता दें कि 29.56 करोड़ अकाउंट्स में लगभग 55.6 फीसदी महिलाओं के खाते हैं.