पेरोल से आकर फरार 1993 ब्लास्ट का दोषी जलीस अंसारी कानपुर से गिरफ्तार
1993 में मुंबई में हुए कई सिलसिलेवार बम धमाकों के दोषी 69 साल के कुख्यात आतंकी जलीस अंसारी को आज कानपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। सुप्रीम कोर्ट से 21 दिन की पैरोल मिलने के बाद वह अजमेर जेल से बाहर आया था। पैरोल खत्म होने से एक दिन पहले ही वह लापता हो गया था। आतंकी के बेटे ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
जलीस अंसारी को कानपुर से गिरफ्तार किया गया
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि जलीस अंसारी को कानपुर से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उसे मस्जिद के बाहर गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि दोषी देश से भागने की फिराक में था। गिरफ्तारी के बाद उसे लखनऊ लाया गया है। पूछताछ के बाद उसे फिर जेल भेज दिया जाएगा।
‘डॉक्टर बम’ के नाम से मशहूर
जलीस ‘डॉक्टर बम’ के नाम से मशहूर है। उसे 1993 में राजस्थान बम धमाकों के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। उस पर 50 से ज्यादा सीरियल धमाकों में लिप्त होने का आरोप है। वह अजमेर की जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। अंसारी के लापता हो जाने से सुरक्षा एजेंसियां सकते में आ गई थीं। पेशे से एमबीबीएस डॉक्टर अंसारी 1994 से जेल में है। उसे सबसे पहले केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने राजधानी एक्सप्रेस में बम लगाने में उसकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया था। अंसारी को पांच और छह दिसंबर, 1993 को राजस्थान में छह स्थानों पर ट्रेनों में विस्फोट करने का दोषी पाया गया था।
नमाज पढ़ने के लिए निकला था घर से
उसके परिवार ने पुलिस को बताया कि वह गुरुवार सुबह मुंबई सेंट्रल स्थित अपने मोमिनपुरा घर से निकला और वापस नहीं आया। अंसारी के परिवार का कहना था कि वह गुरुवार को नमाज पढ़ने के लिए घर से निकला था और फिर वापस नहीं आया।