इजराइल ने किया ईरान दूतावास पर हमला, टॉप कमांडर की मौत
दुनिया में कुछ देशों के आपसी रिश्ते हमेशा से ही तनाव में होते हैं. इस सूची में इजराइल-ईरान का नाम भी शामिल है. दोनों ही एक-दूसरे को अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानते हैं. विदेशी मीडिया रिपार्ट्स के मुताबिक इजराइल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी दूतावास परिसर में मिसाइलों से हमला किया है. एफ-35 लड़ाकू विमानों से इमारत पर 6 मिसाइलें दागी गईं. इससे दूतावास परिसर स्थित वाणिज्य दूतावास की इमारत को जमींदोज कर दिया गया है. हमले में आधे दर्जन से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है. वहीं कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गये हैं. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ध्वस्त इमारत ईरानी दूतावास का हिस्सा है. इसके मलबे के बीच एक ईरानी झंडा भी मिला है.
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जवाबी कार्रवाई खुद तय करेगा ईरान
इजराइली के हवाई हमले में ईरान के बड़े कमांडर की मौत की खबर है. मारे जाने वाले ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रजा जाहेदी ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के एक वरिष्ठ जनरल थे. अरब मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार इजराइल द्वारा किए गए हवाई हमले में ब्रिगेडियर जनरल ज़ाहेदी, एक लेफ्टिनेंट और पांच अन्य अधिकारियों के साथ मारे गए. इस दौरान एक हिजबुल्लाह के कमांडर के भी मारे जाने की खबर है. इस हमले के बाद ईरान की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है. ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियान ने एक बयान में कहा कि हमले के लिए इजराइल जिम्मेदार है. ईरान ने कहा कि उसे अपनी सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिये प्रतिक्रिया देने का पूरा अधिकार है. हालांकि जवाबी कार्रवाई क्या और कब होगी वह ईरान खुद तय करेगा. ईरान ने यूएनएससी से भी मांग की है कि वह इस हमले की निंदा करें.
हमले के लिए ईरान के कई विकल्प
जवाबी कार्रवाई के लिये ईरान के विकल्प की बात करें तो ईरान, इजराइल से सीधे जंग शुरु कर दे इसके आसार न के बराबर हैं. हालांकि ईरान के पास इजराइल से बदला लेने के कई विकल्प मौजूद है. ईरान हमास और हिजबुल्लाह की मदद से इजराहल को नुकसान पहुंचा सकता है. वहीं यमन में मौजूद ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा इजराइल की ओर लगातार मिसाइल से हमले किये जा रहे हैं. वहीं सीरिया के माध्यम से भी ईरान जवाबी कार्रवाई कर सकता है. इजराइल के सैन्य अधिकारियों के मुताबिक ईरान के कमांडर हिजबुल्लाह और हमास को फंडिग करने का काम कर रहे थे. इसका प्रयोग दोनों इजराइल विरोधी गतिविधियों में करते हैं.
हमले की हो रही है निंदा
इजराइल द्वारा ईरान के दूतावास पर हमले की निंदा हो रही है. सीरिया में ईरानी दूतावास ने कहा कि इजराइल का यह हमला अंतरराष्ट्रीय कानूनों, राजनयिक मानदंडों और वियना कन्वेंशन का घोर उल्लंघन है. वहीं मौके पर पहुंचे सीरिया के विदेश मंत्री फैसल मेकदाद ने हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि इस हमले से सीरियाई-ईरानी संबंधों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. पाकिस्तान की ओर से भी इस हमले पर बयान आया है. पाक विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह हमला क्षेत्र में फैली पहले से अस्थिरता को और बढ़ाने का काम करेगा. किसी भी देश के अंदर होनेवाले ऐसे हमलों की हम निंदा करते हैं. वहीं सऊदी अरेबिया की ओर से भी इस हमले को लेकर बयान सामने आया है. सऊदी विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह हमला अंतरराष्ट्रीय राजनयिक कानूनों और राजनयिक छूट के नियमों का उल्लंघन है. इसके अलावा गल्फ कॉपरेशन काउंसिल के जर्नल सेक्रेटरी मोहम्मद अल-बुदैवी ने भी हमले की निंदा की है. उन्होंने कहा सभी देशों को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन करना चाहिए.