ईरान ने भारत समेत 33 देशों के लिये जारी की वीजा फ्री प्रवेश
अमेरिकी प्रतिबंधो की मार झेल रहे ईरान ने पर्यटन और यात्रा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए भारत सहित 33 नए देशों के नागरिको के लिए वीजा की अनिवार्यता को रद्द कर दिया है. ऐसे में अब ईरान की यात्रा के लिए भारतीय नागरिकों को वीजा की आवश्यकता नहीं होगी.
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इन देशों को मिलेगा वीजा फ्री प्रवेश
ईरान के संस्कृति मंत्री, पर्यटन और हस्तशिल्प मंत्री एजातुल्ला जारगामी ने यह जानकारी देते हुए कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास से ईरानोफोबिया अभियानों को बेअसर कर सकते हैं. ईरान ने जिन देशों के लोगों को वीजा फ्री किया है, उसमें रूस भी शामिल है जिसके साथ उसके संबंध इन दिनों बेहतर दिख रहे हैं. ईरान ने कहा कि अब दुनिया के कुल 45 ऐसे देश हो गए हैं जहां के नागरिकों को ईरान में बिना वीजा के एंट्री मिलेगी. ईरान के नए फ्री वीजा कार्यक्रम के लिए स्वीकृत 33 देश- भारत, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, सऊदी अरब, कतर, कुवैत, लेबनान, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, ट्यूनीशिया, मॉरिटानिया, तंजानिया, जिम्बाब्वे, मॉरीशस, सेशेल्स, इंडोनेशिया, दारुस्सलाम, जापान, सिंगापुर, कंबोडिया, मलेशिया, वियतनाम , ब्राज़ील, पेरू, क्यूबा, मेक्सिको, वेनेजुएला, बोस्निया और हर्जेगोविना, सर्बिया, क्रोएशिया और बेलारूस हैं. जबकि इससे पहले ईरान ने तुर्किये, अजरबैजान गणराज्य, ओमान, चीन, आर्मेनिया, लेबनान और सीरिया के आगंतुकों के लिए फ्री वीजा का ऐलान किया हुआ था.
युरोपियन देश ‘क्रोएशिया’ सूची में शामिल हालांकि ‘पाकिस्तान’ का नाम शामिल नहीं
ईरान ने सऊदी अरब से आने वाले पर्यटकों के लिए भी वीजा प्रतिबंधों में ढील दी है, जो इस बात का संकेत है कि दोनों देश राजनयिक संबंधों की बहाली के बाद करीब आने के लिए तैयार हैं. हालांकि, वीजा फ्री देशों की लिस्ट में एकमात्र यूरोपीय देश क्रोएशिया है.
हालांकि इस सूची में ईरान के पड़ोसी देश पाकिस्तान को शामिल न करना दिखाता है कि पाकिस्तान में पनप रहा आतंकवाद को भारत समेत दुनिया का प्रत्येक देश बेहद गंभीरता से लेता है.
2030 तक भारतियों द्वारा विदेश घूमने जाने पर खर्च कर दिये जाएंगे 450 बिलियन डॉलर
भारतियों में विदेश में घूमने को प्रचलन इधर कुछ वर्षों में बढ़ा है. मिडिल ईस्ट हो या युरोप छुट्टियां मनाने भारतीय अक्सर विदेश का दौरा करते हैं. देश के व्यवसायी व सेलिब्रिटी शादी के लिये टर्की जैसे देशों को चुनते हैं. डेस्टीनेशन वेडिंग अमीरों में काफी प्रचलित है. जिसको लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस पर अपनी बात रखी है. एक रिपार्ट में यह दावा किया गया है कि 2030 तक भारत, नागरिकों द्वारा विदेशों में खर्च करने वाले देशों की सूची में अमेरिका, चीन और जर्मनी के बाद चौथे स्थान पर पहुंच जाएगा. अनुमान लगाया गया है कि 2030 में भारतियों द्वारा विदेश में घूमने जाने के लिये 450 बिलियन डॉलर खर्च कर दिये जायेंगे.
ईरान के अलावा मलेशिया, श्रीलंका, थाईलैंड, वियतनाम आदि देशों ने भी भारतियों को वीजा पर छूट दे रखी है. वहीं रूस समेत कई देशों से इसपर बातचीत चल रही है.