बहाल हुए IPS जुगुल किशोर तिवारी, धनश्याम केवट का किया था एनकाउंटर

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में DIG फायर रहे आईपीएस जुगल किशोर तिवारी को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. सरकार ने आईपीएस जुगल किशोर तिवारी को बहाल कर दिया है. तिवारी उन्नाव में फायर विभाग के एक सिपाही को विभागीय जांच में क्लीन चिट देने के मामले में सस्पेंड चल रहे थे. यूपी में उनका सस्पेंशन काफी चर्चा में रहा.

जुलाई 2024 से चल रहे थे सस्पेंड…

बता दें कि आईपीएस जुगल किशोर तिवारी बीते 10 जुलाई 2024 से सस्पेंड चल रहे थे. तब वह डीआईजी फायर सर्विसेज के पद पर तैनात थे. आचरण नियमावली का पालन ना करने के चलते उनपर यह एक्शन लिया गया था. आरोप है कि IPS जुगल किशोर ने अपने अधिकार क्षेत्र के बाहर जाकर दो साल से ज्यादा छुट्टी पर रहे एक सरकारी ड्राइवर की सुनवाई करते हुए नियमों के परे जाकर उसे लाभ पहुंचाया था.

उन्नाव एसपी ने ड्राइवर को दी सजा…

गौरतलब है कि, करीब डेढ़ साल पहले के इस मामले में तत्कालीन एसपी उन्नाव ने ड्राइवर को दंड दिया था. इसके बाद ड्राइवर ने विभाग के डीआईजी से अपील की थी. जिसपर डीआईजी जुगल किशोर तिवारी ने एक अपराध में दो सजा नहीं देने के सिद्धांत में फायर विभाग के ड्राइवर को क्लीन चिट दे दी थी.

2008 बैच के IPS हैं जुगल किशोर तिवारी

बता दें कि आईपीएस जुगल किशोर तिवारी मूल रूप से महोबा के रहने वाले है और वह 2008 के आईपीएस अधिकारी हैं.

सस्पेंशन को बताया था गलत…

गौरतलब है कि अपने सस्पेंशन को तिवारी ने इसको गलत बताते हुए ब्राह्मण अधिकारी होने की सजा बताई थी. इतना ही नहीं आईपीएस ने खुद सस्पेंड होने के बाद सोशल मीडिया में गीता के कई श्लोक पोस्ट किए थे. उन्होंने सस्पेंड का आदेश जारी होते ही लिखा था कि इन वर्षों में मैंने क्या सेवा की, मेरे सभी प्रयास, बिना किसी डर के. यदि मैं किसी भी “गिरे हुए मन” को “उठाने” में सफल हो जाऊं, समय मानवजाति के प्रति मेरी सेवा का साक्षी बनेगा.’ अफसर के इस पोस्ट से साफ है कि वो सरकार के फैसले से खुश नहीं थे, जबकि उन्हें अपने द्वारा लिए गए फैसले पर कोई भी पछतावा नहीं है.

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कौरवों का शासन था फिर भी हारना ही पड़ा

जुगुल किशोर ने सस्पेंड होने के दूसरे दिन सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा था कि, ‘हमारा अस्तित्व किसी भी पद प्रतिष्ठा से परे है. ईश्वर हमारे साहसी स्वभाव के कारण, हमें अन्य अधिक साहसी कार्यों के लिए नियुक्त करेंगे. महाभारत ऐसे ही अन्यायों को लक्ष्य करके लिखी गई होगी. श्रीकृष्ण के विपक्ष में खड़ा कौरव वंश कहां जान रहा था कि उसका शासन होकर भी अंततः हारना उसे ही है.’

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कई जिलों में रहे एसपी…

बता दें कि जुगुल किशोर DIG फायर के पद से पहले कई जिलों के एसपी रहे थे. वह वाराणसी, इलाहाबाद, बांदा, लखनऊ, बहराइच और चित्रकूट एसपी रहे लेकिन साल 2009 में उन्होंने धनश्याम केवट का एनकाउंटर कर चर्चा में आए थे.

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