IPS दलजीत सिंह चौधरी को सौंपा गया बीएसएफ के डीजी पद का अतिरिक्त प्रभार
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक नितिन अग्रवाल को बीते शुक्रवार यानी 2 अगस्त को उनके पद से हटाकर उनके राज्य कैडर में भेज दिया गया. वहीं केंद्र सरकार ने नितिन अग्रवाल के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के एक दिन बाद बीएसएफ का नया डीजी नियुक्त कर दिया है. इसके साथ ही सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के डीजी दलजीत सिंह चौधरी को डीजी (बीएसएफ) पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. इसकी जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विज्ञप्ति जारी करके दी है.
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी की गयी विज्ञप्ति में कहा गया है कि, “बीएसएफ के महानिदेशक (डीजी) नितिन अग्रवाल को उनके राज्य कैडर में तत्काल प्रभाव से भेज दिया गया है. अब डीजी (बीएसएफ) पद का अतिरिक्त प्रभार डीजी (एसएसबी) दलजीत सिंह चौधरी को सौंपा गया है. दलजीत सिंह नियमित पदाधिकारी की नियुक्ति तक या अगले आदेश तक डीजी बीएसएफ का अतिरिक्त प्रभार संभालते रहेंगे.” वहीं बता दें कि, आईपीएस अधिकारी नितिन अग्रवाल 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.
क्यों हटाएं गए आईपीएस नितिन अग्रवाल ?
दरअसल, बीते कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में इजाफा देखा गया है, जिसमें सेना के कई जवान शहीद भी हुए हैं. घाटी में होने वाले हमले अब जम्मू में भी देखे जा रहे है, वहीं घुसपैठ की घटनाएं भी बढ़ी हैं. ऐसे में रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 21 जुलाई तक 14 जवान शहीद हुए हैं. यह देखते हुए, नितिन अग्रवाल को बीएसएफ डीजी पद से हटा दिया गया और उनके कैडर राज्यब केरल में भेज दिया गया है.
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हालाँकि, सरकार यह एक्शन सिर्फ नितिन अग्रवाल पर ही नहीं बल्कि बीएसएफ के डिप्टी स्पेशल डायरेक्टर जनरल (पश्चिम) वाई.बी. खुरानिया पर भी लिया है और उन्हें उनके पद से हटा दिया है. जिसके बाद उन्हें उनके कैडर राज्य में स्थानांतरित कर दिया है. वाई.बी. खुरानिया 1990 बैच के ओडिशा कैडर के अधिकारी हैं. साथ ही बता दें कि, पिछले साल जून में नितिन अग्रवाल ने पदभार संभाला था, उससे पहले वह स्पेशल डीजी (पश्चिम) की कमान संभाल रहे थे, जो पाकिस्तान के साथ सीमा की देखभाल करता है. नितिन अग्रवाल 2026 में रिटायर हो जाएंगे.