भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान शोध के साथ कराएगा स्नातक कोर्स, मिली अनुमति
बीएससी (आनर्स) हॉर्टिकल्चर का पाठ्यक्रम इस सत्र से शुरू
भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी में स्नातक की पढ़ाई की शुरुआत करने की मंजूरी मिल गई है. यहां बैचलर ऑफ साइंस (ऑनर्स) हॉर्टिकल्चर जैसे विशिष्ट कृषि पाठ्यक्रम के शिक्षण की शुरुआत मौजूदा सत्र 2024-25 से की जाएगी. यह जानकारी संस्थान के निदेशक डॉक्टर नागेंद्र राय ने दी. उन्होंने बताया कि आई.सी.ए.आर. ग्लोबल यूनिवर्सिटी की तर्ज पर परिषद के विभिन्न संस्थानों में कृषि शिक्षा को समृद्ध करने के लिए स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम का आरम्भ किया जा रहा है. आईआईवीआर में इसी सत्र से द ग्रेजुएट स्कूल, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा संचालित बीएससी आनर्स (हॉर्टिकल्चर) कोर्स शुरू हो रहा है. इसी क्रम में द ग्रेजुएट स्कूल भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली की 421वीं एकेडमिक कौंसिल की बैठक में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान को पाठ्यक्रम शुरू करने की इजाजत मिली है.
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पहले साल में 20 छात्रों का होगा नामांकन
निदेशक ने बताया कि प्रथम वर्ष में 20 छात्रों का नामांकन किया जाएगा, जिसकी निर्धारण प्रक्रिया सीयूईटी के परीक्षा परिणाम और आईसीएआर द्वारा काउंसलिंग कर संपन्न की जाएगी. कुछ दिनों पूर्व ही सीयूईटी का रिजल्ट आ चुका है और जल्दी ही काउंसलिंग के माध्यम से छात्रों का नामांकन करके आईआईवीआर को भेजा जाएगा. संस्थान के निदेशक डॉक्टर नागेंद्र राय ने बताया कि इस कार्यक्रम का आरंभ करने के लिए विगत दो वर्षों से प्रयास किया जा रहा था, हालांकि इसकी मंजूरी 2024- 25 से मिल सकी है. निदेशक ने बताया कि इस उच्च स्नातक पाठ्यक्रम के माध्यम से पूर्वांचल के साथ ही प्रदेश और देश के विद्यार्थियों को लाभ होगा और इस विशिष्ट स्नातक कोर्स में डिग्रीधारक विद्यार्थी आत्मनिर्भर और स्वयं समर्थ हो सकेंगे.
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अबतक संस्थान करता रहा शोध और विकास कार्य
उन्होंने कहा कि अब तक संस्थान सब्जी फसलों में सिर्फ शोध एवं विकास का कार्य करता रहा है, लेकिन अब शोध के साथ-साथ शिक्षा का कार्यक्रम भी सुचारू रूप से करेगा. इस शिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से संस्थान देश के लिए बागवानी से जुड़े मानव संशाधन को भी विकसित करेगा.