भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 31 रनों से दी मात
भारत ने पांचवें दिन ऑस्ट्रेलिया के पुछल्ले बल्लेबाजों के पराक्रम के बावजूद सोमवार को यहां पहला टेस्ट मैच 31 रन से जीतकर चार मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बनाई। यह पहला अवसर है जबकि भारत ने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर सीरीज का पहला टेस्ट जीता।
ऑस्ट्रेलिया के निचले क्रम ने दिखाया दम
ऑस्ट्रेलिया 323 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 291 रन तक ही पहुंच पाया। ऑस्ट्रेलिया का स्कोर एक समय चार विकेट पर 84 रन था और भारत की जीत चौथे दिन ही तय लग रही थी लेकिन इसके बाद अगले पांच विकेट के लिए 31, 41, 31, 41, 31 के अनुक्रम और आखिरी विकेट के लिए 32 रन की साझेदारी निभायी गई जिससे भारत की जीत का इंतजार बढ़ा।
10 साल बाद ऑस्ट्रेलिया में जीता भारत
भारत की यह ऑस्ट्रेलिया में कुल छठी जबकि ऐडिलेड ओवल में दूसरी जीत है। इस मैदान पर भारतीय टीम ने इससे पहले 2003 में जीत दर्ज की थी। भारत ने दस वर्ष बाद ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर हराया। आखिरी बार 2008 में अनिल कुंबले की कप्तानी में भारत ने पर्थ में जीत हासिल की थी। महेंद्र सिंह धोनी अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच नहीं जीत पाए।
पुजारा रहे भारत की जीत के हीरो
भारत की जीत के नायक निश्चित तौर पर चेतेश्वर पुजारा रहे जिन्होंने 123 और 71 रन की दो बेहतरीन पारियां खेलीं। इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
भारत का निचला क्रम लड़खड़ाया
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट 41 रन पर गंवा दिए और यह पहला अवसर है जबकि वह चोटी के चार विकेट 50 रन के अंदर गंवाने के बावजूद मैच जीतने में सफल रहा। भारत ने पहली पारी में 250 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया को 235 रन पर रोक दिया। भारत ने दूसरी पारी में अंतिम पांच विकेट 25 रन के अंदर गंवाने के बावजूद 307 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया के सामने चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था।
पंत ने की रेकॉर्ड की बराबरी
विकेटकीपर ऋषभ पंत के लिए भी यह टेस्ट खास रहा। उन्होंने मैच में कुल 11 कैच लेकर इंग्लैंड के जैक रसेल और साउथ अफ्रीका के एबी डि विलियर्स के वर्ल्ड रेकॉर्ड की बराबरी की। भारतीय गेंदबाजों मोहम्मद शमी (65 रन देकर तीन), जसप्रीत बुमराह (68 रन देकर तीन) और रविचंद्रन अश्विन (92 रन देकर तीन) ने तीन-तीन विकेट लिए।
पांचवें दिन ऑस्ट्रेलिया को लगे शुरुआती झटके
ऑस्ट्रेलिया ने मैच के पांचवें दिन सुबह चार विकेट पर 104 रन से पारी आगे बढ़ाई लेकिन ट्रेविस हेड (14) और शॉन मार्श (60) की साझेदारी केवल 7.4 ओवर तक चली। भारत ने पुरानी कूकाबुरा गेंद से सफलता हासिल करने में देर नहीं लगाई। हेड सुबह आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे। इशांत के सटीक बाउंसर का उनके पास कोई जवाब नहीं था। गेंद हेड के बल्ले से लगकर हवा में तैरती हुई गली में गई जहां अजिंक्य रहाणे ने उसे कैच करने में कोई गलती नहीं की।
मार्श ने लगाई हाफ सेंचुरी
मार्श सहज होकर खेल रहे थे। उन्होंने 160 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया जो चौथी पारी में उनका पहला पचासा भी है। यह कुल मिलाकर उनका दसवां टेस्ट अर्धशतक है। बुमराह ने भारत को मार्श का विकेट दिलाया। यह महत्वपूर्ण मोड़ 73वें ओवर में आया जब बाहर की तरफ मूव करती गेंद मार्श के बल्ले का किनारा लेकर पंत के दस्तानों में समा गई। बुमराह ने इसके बाद कप्तान टिम पेन (41) को गलत टाइमिंग से पुल शॉट खेलने की सजा दी। पंत ने दौड़ लगाकर हवा में लहराता कैच लिया जो उनका मैच में दसवां कैच था।
ऑस्ट्रेलिया के निचले क्रम ने दिखाया दम
भारतीय पुछल्ले बल्लेबाजों से उलट ऑस्ट्रेलिया के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने गजब का धैर्य और जज्बा दिखाया और भारत को जीत के लिए संघर्ष कराया। ऑस्ट्रेलिया के आखिरी चार बल्लेबाजों ने 107 रन जोड़े जिसमें नाथन लियोन ने सर्वाधिक नाबाद 38 रन बनाये जबकि पैट कमिंस (28) ने 121 गेंदों तक एक छोर संभाले रखा। कमिंस ने एक छोर संभाले रखने को तरजीह दी। उन्होंने पेन के साथ सातवें विकेट के लिए 31, मिशेल स्टार्क (28) के साथ आठवें विकेट के लिए 41 और फिर लियोन के साथ नौवें विकेट के लिए 31 रन की साझेदारियां की।
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कमिंस को मिला डीआरएस का फायदा
कमिंस को इस बीच दो बार डीआरएस से फायदा भी मिला। पंत ने इस बीच शमी की गेंद पर स्टार्क का कैच लेकर वर्ल्ड रेकॉर्ड की बराबरी की। कमिंस की पारी का अंत आखिर में बुमराह ने किया। कप्तान विराट कोहली पहली स्लिप में कैच लेने के बाद बल्लियों उछलने लगे थे। लायन और जोश हेजलवुड (13) ने हालांकि जल्द ही भारतीयों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दीं।
हेजलवुड को आउट कर भारत ने जीता मैच
मैच रोमांचक मोड़ पर पहुंच रहा था लेकिन एक छोर से लगातार गेंदबाजी करने वाले अश्विन ने आखिर में हेजलवुड को ललचाकर कैच देने के लिए मजबूर किया। इसके साथ ही भारतीय खिलाड़ी और प्रशंसक जीत के जश्न में डूब गये। कोहली दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए। दूसरा टेस्ट मैच 14 दिसंबर से पर्थ में खेला जाएगा।