108 साल पहले आज ही के दिन पहली बार गूंजा था ‘जन गण मन’
108 साल पहले आज ही के दिन भारत का राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ गाया गया था। इसके रचयिता नोबेल पुरस्कार विजेता रविंद्रनाथ टैगोर थे और इसे पहली बार सार्वजनिक मंच पर उनकी भांजी सरला द्वारा गया गया था।
राष्ट्रगान की रचना बंगाली भाषा में की गई थी जिसका बाद में आबिद अली द्वारा हिंदी और उर्दू में अनुवाद किया गया था। हालांकि 27 दिसंबर 1911 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन के दौरान पहली बार राष्ट्रगान बंगाली और हिंदी भाषा में ही गाया गया था।
राष्ट्रगान के अंग्रेजी वर्जन को ‘द मॉर्निंग सॉन्ग ऑफ इंडिया’ के नाम से जाना जाता है। रवींद्रनाथ टैगोर ने ही 1919 में राष्ट्रगान का अंग्रेजी अनुवाद किया था। अंग्रेजी संगीतकार हर्बट मुरिल्ल ने इस गीत को आर्केस्ट्रा पर किया था।
राष्ट्रगान गाने के नियम-
राष्ट्रगान गाने के लिए कानून बनाए गए है। राष्ट्रगान गाने के कुल अवधि 52 सेकंड की है यानि इसे 49 से 52 सेकंड के बीच ही गाया गाना चाहिए।
इसके अलावा राष्ट्रगान गाते समय सीधे खड़े होना जरूरी है और नजरें एकदम सामने होनी चाहिए। राष्ट्रगान को हमेशा खड़े होकर ही गाया जाता है। बैठकर या अन्य किसी अवस्था में राष्ट्रगान गाना, इसका अनादर माना जाता है।
इसके अलावा राष्ट्रध्वज फहराते समय और दूरदर्शन एवं ऑल इंडिया रेडियो पर राष्ट्रपति द्वारा देश के संबोधित करने से पहले और बाद में राष्ट्रगान बजाने का नियम है।
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