बेंगलुरु में कांग्रेस के 42 विधायकों वाले रिसॉर्ट पर IT का छापा
गुजरात में राज्यसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में द्वंद युद्ध जैसे हालात बन गए हैं। एक तरफ जहां कांग्रेस अहमद पटेल की जीत के लिए अपने विधायकों को कैद करके रखा तो बीजेपी इसे मुद्दा बनाकर कांग्रेस को घेरने में लगी है। पार्टी में फूट के बाद कांग्रेस आलाकमान ने अपने 42 विधायकों को कर्नाटक के एक मंत्री की देखरेख में उनके रिसॉर्ट में रखा है।
लेकिन आज उस वक्त वहां हड़कंप मच गया जब आयकर विभाग ने उस रिसॉर्ट पर छापेमारी करने पहुंच गई। कांग्रेस गुजरात में अपने विधायकों को बचाने में लगी है और इसके चलते उसने सभी विधायकों को बेंगलुरु के ईगलटन रिजॉर्ट में भेजा था। लेकिन जिस रिसॉर्ट में विधायक रूके थे वहां अब आयकर का छापा पड़ गया है। बताया जा रहा है कि यह रिजॉर्ट कर्नाटक के उर्जा मंत्री डीके शिवकुमार का है। यही नहीं आयकर विभाग मंत्री डीके शिवकुमार के कई अन्य ठिकानों पर भी छापामार कार्रवाई की है।
बता दें कि गुजरात कांग्रेस के बड़े नेता रहे शंकर सिंह वाघेला ने जब से कांग्रेस पार्टी छोड़ी है उसमें भगदड़ मच गई है। शंकर सिंह वाघेला के बाद कई विधायकों ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। कांग्रेस गुजरात से सोनिया गांधी के करीबी अहमद पटेल को उम्मीदवार बनाया है। जिन्हें जीत के लिए 46 विधायकों के समर्थन की जरुरत होगी। लेकिन अगर कांग्रेस के कुछ और विधायक बगावत करके पार्टी छोड़ देते हैं या फिर बीजेपी के पक्ष में वोटिंग कर देते हैं तो अहमद पटेल के लिए मुश्किल खड़ी हो जाएगी।
इसी के मद्देनजर कांग्रेस अपने विधायकों को कर्नाटक के एक मंत्री के रिसॉर्ट में कई दिनों से ठहराया हुआ है। लेकिन आज हुई इस छापेमारी से कांग्रेस घेमे में खलबली मच गयी है और पार्टी के वरिष्ठ नेता बीजेपी पर सीधा आरोप लगा रहे हैँ।
यहां यह भी बता दें कि गुजरात से ही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए बलवंत राजपूत भी राज्यसभा के उम्मीदवार हैं।
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