लेखक ने CM योगी पर टिप्पणी करने की सारे हदें की पार, दर्ज हुई FIR
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के मामले में राजधानी लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर (FIR) दर्ज कराई गई है। यह एफआईआर निरीक्षक बीके मिश्रा और डालीबाग चौकी के प्रभारी उपनिरीक्षक धर्मेद्र कुमार ने कराई है।
लेखक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है।
https://twitter.com/avinashonly/status/1077213299370913792
निर्देशक और न्यूज पेपर और उसके प्रमुख के खिलाफ मानहानि समेत कई धाराओं में मामले दर्ज कराए गए है। साइबर क्राइम सेल की सहायता से मामले की जांच की जा रही है।
तो दूसरी तरफ मामला दर्ज होने के बाद अविनाश दास ने एक और ट्वीट किया है। ट्वीट में लिखा है कि यूपी के सीएम को ट्विटर पर मैंने जूते खाने लायक बताया, तो लखनऊ के हज़रतगंज थाने में केस दर्ज हो गया। मुख्यमंत्री चूंकि माननीय होते हैं, तो उनकी भावनाओं का आहत होना लाज़िमी है। हालांकि मैंने ग़लत बात नहीं की थी।
यूपी के सीएम को ट्विटर पर मैंने जूते खाने लायक बताया, तो लखनऊ के हज़रतगंज थाने में केस दर्ज हो गया। मुख्यमंत्री चूंकि माननीय होते हैं, तो उनकी भावनाओं का आहत होना लाज़िमी है। हालांकि मैंने ग़लत बात नहीं की थी। भले… https://t.co/HDD2OGaK92
— Avinash Das (@avinashonly) December 26, 2018
लेखक अविनाश दास ने ट्वीटर पर पेपर की कटिंग के साथ अभद्र टिप्पणी की थी। इसके बाद उनको ट्रोल भी किया गया। अविनाश ने जिस पेपर की कटिंग ट्वीट की थी वो कोई फर्जी अखबार बताया जा रहा है। जिसके आधार पर अविनाश ने सीएम योगी पर निशाना साधा था। इस ट्वीट को भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी ने भी अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करके अविनाश दास के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
प्रदेश प्रवक्ता ने ये ट्वीट यूपी पुलिस और डीजीपी को टैग करते हुए लिखा है कि पूर्णतया फर्जी खबर फैलाने और लोकप्रिय मुख्यमंत्री के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने वाले इस जालसाज के खिलाफ कार्रवाई करें।
पेपर कटिंग में लिखा है कि
जिस पेपर कटिंग को ट्वीट किया गया है उसमें सीएम के भाषण को तोड़मरोड़ कर लिखा गया है। पेपर की हेडलाइन में लिखा है कि योगी आदित्यनाथ का फिर से गैर जिम्मेदाराना बयान कहा हमारा काम गाय बचाना है लड़की नहीं। फिलहाल इस अज्ञात अखबार और इसके अखबार के प्रमुख के खिलाफ आईटी एक्ट, मानहानि समेत अन्य धाराओं में दो मामले दर्ज किए गए हैं।
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