शत्रु की ‘पार्टी’ से बीजेपी का किनारा
बिहारी में दही-चूड़ा पार्टी की सियासी परिपाटी सी चल पड़ी है। इस साल बीजेपी, जेडीयू, एलजेपी के नेताओं ने मकर संक्रांति के मौके पर दही-चूड़ा का भोज दिया है। यह सिलसिला अभी तक जारी है। मंगलवार (16 जनवरी) को बीजेपी के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भी पटना में दही चूड़ा की पार्टी दी थी, इसके लिए बिहार बीजेपी के कई नेताओं को न्योता दिया गया था, लेकिन बिहारी बाबू की पार्टी में कोई भारतीय जनता पार्टी का कोई नेता नहीं पहुंचा।
गार्डिनियर अस्पताल परिसर में पार्टी का आयोजन किया था
पीएम नरेंद्र मोदी पर कई मौकों पर हमला कर चुके शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने संसदीय क्षेत्र के विधायकों, पटना के मेयर, डिप्टी मेयर, भाजपा के जिलाध्यक्षों और मंडल अध्यक्षों को न्योता दिया था। पर बीजेपी नेताओं ने इस पार्टी अघोषित बायकॉट कर दिया। शत्रुघ्न सिन्हा की पार्टी में डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू के अलावा कोई नेता नहीं आया। पटना से बीजेपी के सांसद ने आयकर चौराहा पर स्थित गार्डिनियर अस्पताल परिसर में पार्टी का आयोजन किया था।
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खास बात यह है कि शॉटगन ने इस कार्यक्रम में अपनी ही तरफ से पार्टी के चारों विधायकों का बैनर लगाया था। यहां पर बीजेपी विधायक नंदकिशोर यादव, संजीव चौरसिया, अरुण सिन्हा और नितिन नवीन की तस्वीरें लगी हुई थी लेकिन इनमें से कोई भी इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचा।बीजेपी नेताओं के बीच इस कार्यक्रम से दूरी का आलम ये रहा कि नेता तो दूर पार्टी के बड़े कार्यकर्ता भी यहां नहीं पहुंचे। यह कार्यक्रम दिन के 12 बजे से शुरू होकर शाम 4 बजे तक चला।
मसलों पर पार्टी नेतृत्व की आलोचना कर चुके हैं
हालांकि इस भोज में सैकड़ों लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इसमें डॉक्टर, बिजनेसमैन, मीडियाकर्मी, समाजसेवी शामिल थे। इन लोगों के बीच शत्रुघ्न सिन्हा को लेकर अच्छा खासा क्रेज देखा गया। पार्टी में पहुंचे लोग बिहारी बाबू के साथ तस्वीर खिंचवाने को लेकर बेकरार दिखे। लेकिन शत्रुघ्न सिन्हा की निगाहें जिन लोगों को खोज रही थीं वे पार्टी में नहीं पहुंचे। आखिरकार शॉटगन ने खुद आगे आए और लोगों को चूड़ा दही परोसकर खिलाया।बता दें कि पिछले कई महीनों से शत्रुघ्न सिन्हा पार्टी आलाकमान से बगावत की मुद्रा अख्तियार किये हुए हैं। बिहारी बाबू नोटबंदी, जीएसटी, राष्ट्रपति चुनाव जैसे मसलों पर पार्टी नेतृत्व की आलोचना कर चुके हैं।
जनसत्ता
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