बिहार दौरे पर अमित शाह, नीतीश के साथ करेंगे बैठक
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अमित शाह के बीच अहम बैठक गुरुवार को होने जा रही है। ऐसी खबरें हैं कि नीतीश 2019 चुनाव से पहले सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी अध्यक्ष के साथ निर्णायक बातचीत कर सकते हैं। जेडीयू और बीजेपी के बीच चल रही खींचतान के बीच मामले पर पूरी नजर रखने वाले जानकारों का मानना है कि जेडीयू और बीजेपी पर सीट शेयरिंग को लेकर चुनौतियां हैं।
मुलाकात बिहार के सीएम से नाश्ते और डिनर के दौरान होगी
जानकारों का कहना है कि जनता दल (यूनाइटेड) गठबंधन पार्टनर बीजेपी + से सीटों को लेकर स्थिति स्पष्ट करना चाहती है। इसी के तहत सीटों के बंटवारे और एनडीए के सहयोगियों के बीच आपसी सहमति बनाने को लेकर निर्णायक शुरुआत हो सकती है। पटना के एकदिवसीय दौरे पर पहुंचे अमित शाह की मुलाकात बिहार के सीएम से नाश्ते और डिनर के दौरान होगी।
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बीजेपी अध्यक्ष बिहार में सहयोगी जेडीयू के साथ सीटों के बंटवारे के साथ चुनाव पूर्व अपनी पार्टी की तेयारियों का भी जायजा लेंगे। महागठबंधन से बाहर निकलने और बीजेपी के साथ सरकार बनाने के बाद यह पहली बार है जब शाह बिहार के दौरे पर जा रहे हैं। पिछले साल जुलाई में ही नीतीश कुमार महागठबंधन छोड़कर फिर से एनडीए में आ गए थे।
जहां हमारे जीतने की संभावना सबसे अधिक है
जेडीयू के एक सूत्र ने हमारे सहयोगी अखबार इकनॉमिक टाइम्स को बताया, ‘अगर जेडीयू को अपनी निश्चित सीटों की संख्या का पता लग जाएगा तो हमारे लिए यह आसान होगा कि हम अपनी सीटों की पहचान कर सकें। पार्टी उन सीटों पर मजबूती के साथ तैयारी शुरू करेगी जहां हमारे जीतने की संभावना सबसे अधिक है।’
एलजेपी को 6 और आरएलएसपी को 3 सीटें मिली थीं
पिछले लोकसभा चुनाव में जेडीयू ने बीजेपी से नाता तोड़कर अकेले ही चुनाव लड़ा था। बीजेपी ने एलजेपी, आरएलएसपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था। 40 लोकसभा सीटों वाली बिहार में बीजेपी को 22, एलजेपी को 6 और आरएलएसपी को 3 सीटें मिली थीं। ऐसी उम्मीद है कि शाह के साथ बैठक में नीतीश कुमार एनडीए के सहयोगियों और सीट शेयरिंग के बीच आम सहमति बनाने को लेकर खुलकर चर्चा कर सकते हैं।
सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बिहार में शासन-व्यवस्था को लेकर दिए बयान पर भी नीतीश अपनी नाखुशी जाहिर कर सकते हैं। एक अन्य जेडीयू सूत्र ने कहा, ‘नीतीश जी की ताकत उनकी बेहतर प्रशासनिक क्षमता है और वह बिहार में प्रशासन व्यवस्था पर दिए गिरिराज सिंह के बयान से काफी आहत हैं।’ साभार
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