आईआईटी बीएचयू के अनुसंधान ने अमेरिका में जीता उत्कृष्ट पोस्टर पुरस्कार
संस्थान काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी के रसायन विभाग में डॉ. साम्य बनर्जी ने अमेरिका में पुरस्कार जीता.
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय) वाराणसी के रसायन विभाग में डॉ. साम्य बनर्जी (MRSC) के अनुसंधान ने न्यू हैम्पशायर, अमेरिका में (23-28 जून 2024) आयोजित गॉर्डन रिसर्च कॉन्फ्रेंस 2024 उत्कृष्ट पोस्टर पुरस्कार जीता है. गॉर्डन रिसर्च कॉन्फ्रेंस ऑन मेटल्स इन मेडिसिन अपनी कठोर चयन प्रक्रिया और वैज्ञानिक उत्कृष्टता के उच्च मानकों के लिए प्रसिद्ध है. अमेरिका में आयोजित सम्मेलन में दुनिया भर के प्रमुख वैज्ञानिक और शोधकर्ता धातुओं के चिकित्सा में नवीनतम उन्नतियों पर चर्चा करने के लिए एकत्रित हुए थे.
यह शोध किया प्रस्तुत…
डॉ साम्य बनर्जी के दिशा निर्देश में कार्य कर रहे प्रधानमंत्री रिसर्च फेलो राजेश कुशवाहा ने डॉ. बनर्जी के समूह के अत्याधुनिक शोध ‘लाइट/अल्ट्रासाउंड ट्रिगर्ड एंटिप्रोलिफेरेटिव एक्टिविटी ऑफ Re(I) ट्राईकार्बोनाइल कॉम्प्लेक्सेस’ प्रस्तुत किया. डॉ. बनर्जी के समूह के पोस्टर ने दर्शाया कि Re(I) ट्राईकार्बोनाइल कॉम्प्लेक्सेस की चयनात्मक क्षमता है कि वे लाइट या अल्ट्रासाउंड के संपर्क में आने पर कैंसर कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं, जबकि स्वस्थ कोशिकाएं सुरक्षित रहती हैं. यह नवोन्मेषी दृष्टिकोण न्यूनतम साइड इफेक्ट्स के साथ लक्षित कैंसर चिकित्सा के लिए एक आशाजनक मार्ग प्रदान करता है.
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कैंसर उपचार के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम
डॉ साम्य बनर्जी ने बताया कि इस शोध ने फोटोथेरेपी और सोनोडायनामिक कैंसर थेरेपी में Re(I) ट्राईकार्बोनाइल कॉम्प्लेक्सेस की संभावनाओं को उजागर किया.
उनके द्वारा उत्पन्न रिएक्टिव ऑक्सिजन स्पीशीज़ (ROS) और कैंसर कोशिकाओं की मृत्यु को दर्शाया है. यह कार्य गैर-आक्रामक कैंसर उपचार के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम दर्शाता है जो विशेष रूप से हानिकारक कोशिकाओं को लक्षित करता है.
डॉ. साम्य बनर्जी ने कहा, “हमें इस पुरस्कार को प्राप्त करके सम्मानित महसूस हो रहा है और IIT (BHU), वाराणसी के समर्थन के लिए आभारी हैं. संस्थान के निदेशक प्रोफेसर अमित पात्रा ने डॉ साम्य बनर्जी और उनकी शोध टीम को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है.