जन्माष्टमी पर जा रहे है बांके बिहारी मंदिर तो, जान लें पूजन का खास शेड्यूल

0

हिंदू धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी का विशेष महत्व माना गया है, यह उत्सव श्रीकृष्ण को समर्पित है. कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व वैदिक पंचांग के अनुसार भाद्रपद महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. शास्त्रों के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र, वृषभ राशि और मध्य रात्रि बुधवार को हुआ था. यह भी कहा जाता है कि जन्माष्टमी का व्रत रखने से व्यक्ति को अनंत पुण्य मिलता है. इस साल जन्मोत्सव बृज में दो दिनों तक मनाया जाने वाला है, क्योंकि, इस साल हम कान्हा का 5251वां जन्मदिन मना रहे हैं.

इसके साथ ही कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 26 व 27 अगस्त को मनाया जाएगा. साथ ही कृष्ण जन्मभूमि यानी मथुरा में यह पर्व 26 अगस्त यानी सोमवार को मनाया जाएगा. जबकि, कृष्णलीला की लीलास्थली यानी वृदांवन में यह पर्व 27 अगस्त यानी मंगलवार को मनाया जाएगा. इस दिवस को भव्य तौर पर मनाने के लिए मथुरा – वृंदावन में भव्य तैयारियां शुरू कर दी गयी है. वही अगर आप भी जन्माष्टमी पर बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के लिए जाने वाले है तो, उससे पहले प्रशासन द्वारा जारी किए गए इस शेड्यूल को जरूर देख लें, वरना दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है…

पूजन का शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, अमृत चौघड़िया सुबह 5 बजे 55 मिनट से 7 बजे 36 मिनट तक रहेगा, जो पूजा करने का उत्तम समय है. इसके बाद अमृत चौघड़िया पूजन का समय 3 बजे 36 मिनट से 6 बजे 48 मिनट तक है. रात में 12 बजे 1 मिनट से 11 बजे 44 मिनट तक निशीथ काल में भी पूजा कर सकते हैं.

देखें जन्माष्टमी पर बांके बिहारी मंदिर का शेड्यूल

जन्माष्टमी पर बांके बिहारी मंदिर पहुंचने वाले भक्तों की सुविधा और भीड़ को नियंत्रण करने के लिए प्रशासन की तरफ से जन्माष्टमी का विशेष शेड्यूल जारी किया गया है. जिसके अनुसार ही भक्त बांके बिहारी जी के दर्शन कर पाएंगे. जन्माष्टमी के दिन सुबह 7 बजे 45 मिनट से दोपहर 12 बजे तक मंदिर के कपाट खुले रहेंगे. साथ ही सुबह 9 बजे बांके बिहारी जी की आरती होगी और 11 बजकर 55 मिनट पर बांके बिहारी को राज भोग लगाया जाएगा. उसके बाद 12 बजे आरती के बाद कपाट बंद हो जाएंगे. इसके बाद शाम को 5 बजकर 30 मिनट से 9 बजकर 30 मिनट तक फिर से बांके बिहार के कपाट भक्तों के लिए खोले जाएंगे और इस दौरान भक्त बांके बिहारी के दर्शन कर पाएंगे.

Also Read: Horoscope 23 August 2024: सिंह, तुला और कुंभ राशि को मिलेगा सुनफा योग का लाभ

शाम को कपाट खुलने के साथ ही 6 बजे 30 मिनट से बांके बिहारी जी की ग्वास आरती की जाएंगी, फिर शाम 7 बजे 30 मिनट पर संध्या आरती होगी. इसके बाद मध्य रात्रि में बांके बिहारी जी का महाभिषेक होगा, जिसमें दर्शन करने की अनुमति नहीं होगी. भक्त बांके बिहारी जी के दर्शन करने के लिए मंदिर के कपाट रात 10 बजे 45 मिनट पर मंगला आरती के साथ खुलेंगे और 28 अगस्त 2024 को बांके बिहारी मंदिर में नंदोत्सव होगा, जिसके लिए सुबह 07 बजकर 45 मिनट पर कपाट खुलेगे जो कि, दोपहर 12 बजे तक खुले रहेगे. इस दौरान भक्त दर्शन के साथ नंदोत्सव का भी आनंद ले पाएंगे.

 

 

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More