इस हाल में कैसे पढ़ेगा और बढ़ेगा इंडिया?
अगर ऐसा ही रहा तो कैसे पढ़ेगा इंडिया और बढ़ेगा इंडिया? उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों की चरमराई व्यवस्था की क्यों भेंट चढ़ रहा है बचपन? यह सवाल इन दिनों लगातार पूछा जा रहा है।
एक तरफ सरकार शिक्षा का स्तर सुधारने और बच्चों का भविष्य उज्जवल करने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है तो दूसरी तरफ प्रशासनिक अधिकारी इन योजनाओं का मखौल उड़ा रहे हैं और योगी सरकार के कामकाज पर बट्टा लगा रहे हैं।
बच्चों को नहीं मिल रहा सरकारी योजनाओं का लाभ
प्राथमिक विद्यालयों की हालत ये है कि उन्हें समय से मिड-डे मील भी नसीब नहीं हो रहा है। पूरी सर्दियां बीत जाने के बाद भी बच्चों को प्राथमिक स्कूलों में जूते-मोजे और स्वेटर भी उपलब्ध नहीं हो पाये। इतना ही नहीं ऐसी तमाम समस्याएं और अव्यवस्थाएं हैं जिनके बीच बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं। ये हम नहीं कह रहे है ये बातें घोसी से भाजपा सांसद हरिनारायण राजभर का कहना है।
यूपी के जनपद मऊ में प्राथमिक स्कूलों में मिड-डे मील में लगातार आ रही अनियमितताओं पर भाजपा सांसद ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, राजभर ने सूबे के सीएम योगी को चिट्ठी लिखकर बाल पुष्टाहार विभाग की शिकायत की है। सांसद ने पत्र लिखकर बाल विकास पुष्टाहार की सप्लाई में अनियमितता और धोखाधड़ी की बात कही है। सांसद ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी और बाल पुष्टाहार विभागों में बड़े पैमाने पर आम लोगों से धोखाधड़ी और टेंडर को भी कुछ विशेष लोगों को दिये जाने की बात कही है।
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इतना ही नहीं भाजपा सांसद का कहना है कि बच्चों को सरकारी योजनाओं के तहत वितरित किये जाने वाले जूते तक नहीं दिए गए। प्राथमिक विद्यालयों में बांटे जाने वाले जूते-मोजे के टेंडरों में भी धांधली की जा रही है। अधिकारी सरकारी टेंडरों को अपने परिचितों को दे रहे हैं और उन्हें निजी लाभ पहुंचा रहे हैं। जबकि सरकार इन योजनाओं को गरीबों और जरुरतमंदों के लिए चलाती है, लेकिन इन योजनाओं का लाभ जरुरतमंदों तक नहीं पहुंच पा रहा है। सरकार की नाक के नीचे चल रहीं इस तरह की धांधली से सरकार की छवि धूमिल हो रही है, साथ ही सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। योगी सरकार विधायकों और मंत्रियों की तरफ से की जा रहीं इस तरह की शिकायतों से सवालों के कटघरे में खड़ी हो गई है। जब उच्च पदों पर बैठे अधिकारी सांसद, विधायक औऱ मंत्रियों की नहीं सुन रहे हैं तो आम जनता की खबर कहां से लेंगे।
इन मंत्रियों ने अपनी ही सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
आये दिन अपनी ही सरकार पर सवाल उठाने वाले मंत्रियों और नेताओं में सबसे ऊपर भारतीय सुहेलदेव पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का नाम है। ये अक्सर अपनी ही सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाते रहे हैं। इनके अलावा सुरेन्द्र सिंह जो कि बलिया के बैरिया से विधायक है, वे भी हैं। बहराइच से सांसद सावित्री बाई फूले भी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा चुकीं हैं। देवरिया जिले की बरहज विधानसभा सीट से विधायक सुरेश तिवारी भी सरकार के कामकाज पर सवाल उठा चुके हैं। सुरेश तिवारी ने तो यहां तक कह दिया कि सीएम योगी किसी की बात नहीं सुनते हैं औऱ उनके पास जब कोई समस्या लेकर जाओ तो कहते हैं राजनीति छोड़ दो। इन सारे आरोपों से कहीं न कहीं योगी सरकार का नाता जरूर है, नहीं तो इतने सारे लोग पार्टी के खिलाफ आवाज बुलंद नहीं कर रहे होते।
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