पेट में बनी रहती है कब्ज-गैस की दिक्कत तो, रोज सुबह करें ये योगासन…
कब्ज एक ऐसी बीमारी है, जिसमें मल त्याग ठीक से नहीं हो पाता है और इसकी वजह से पेट में भारीपन, दर्द, एसिडीटी जैसे समस्याएं होना शुरू हो जाती है. दैनिक रूटीन में ज्यादा भारी खाना खाना, कमजोर पाचन और सुस्त रूटीन इसका कारण हो सकते हैं. कब्ज, अपच, एसिडिटी और गैस जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए हर सुबह कुछ योगासन करना चाहिए. जो आपको पेट संबंधित दिक्कतो से निजात दिला देंगे तो आइए जानते है कौन से है वो योगासन…
पवनमुक्तासन
पवनमुक्तासन को पेट की बीमारी से छुटकारा पाने का सर्वश्रेष्ठ योगासन माना जाता है. इस योगा पोज को हर दिन अभ्यास करने से आपको कब्ज और पेट की गैस से छुटकारा मिलता है. आपका पाचन तंत्र भी मजबूत होता है, जिससे आपको बार-बार इन समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा.
इसे करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल जाएं और हाथ-पैरों को सीधा फैला लें. इस स्थिती में शरीर को ढीला छोड़ दें. अब सांस लेते हुए धीरे-धीरे घुटनों को मोड़े और हाथों की मदद से छाती तक लाएं. इसके बाद लेटे हुए अपना सिर उठाएं और माथा घुटनों पर लगाने की कोशिश करें.
मलासन
नियमित रूप से मलासन करने से पाचन तंत्र सक्रिय होता है, जिससे कुछ ही दिनों में कब्ज दूर हो जाता है. इसके अलावा ये आसन महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इस आसन को करने से पीरियड्स का दर्द कम होता है, आपका मूड सुधरता है और आपका पेल्विक क्षेत्र मजबूत होता है. ये आसन प्रेग्नेंसी के दौरान भी अच्छे हैं.
इस योगासन को करने के लिए सबसे पहले अपनी जांघों को अपने धड़ से ज्यादा खोलें.अब थोड़ा आगे की ओर झुकें और अपने हाथों को अपने मुड़े हुए घुटनों के अंदर की ओर ले आएं, फिर कोहनियों को घुटनों से दबाएं और हाथों को दिल के सामने मोड़ें. इस दौरान अपनी रीढ़ को सीधा रखें.
वज्रासन
वज्रासन एकमात्र योगासन है जिसे आप खाना खाने के तुरंत बाद कर सकते हैं. दरअसल, ये आसान बनाने से खाना आसानी से पचता है. खाना खाने के बाद आप वज्रासन में कुछ देर बैठ सकते हैं अगर टहलने का वक्त नहीं है. इस आसन को नियमित रूप से अभ्यास करने से आप गैस, अपच और कब्ज से भी छुटकारा पा सकते हैं.
इस आसन को करने के लिए घुटनों को मोड़कर पंजों के बल सीधा बैठें और दोनों पैरों के अंगूठे आपस में मिलने चाहिए और एड़ियों में थोड़ी दूरी होनी चाहिए. शरीर का सारा भार पैरों पर रखें और दोनों हाथों को जांघों पर रखें, इस दौरान आपकी कमर से ऊपर का हिस्सा बिल्कुल सीधा होना चाहिए। थोड़ी देर इस अवस्था में बैठकर लंबी सांस लें.
मंडूकासन
पेट के लिए सबसे फायदेमंद आसनों में से एक है मंडूकासन. ये आसन कब्ज, अपच और पाचन समस्याओं को दूर करने में भी प्रभावी हैं. इस आसन को नियमित रूप से करना स्ट्रेस को कम करने, ब्लड शुगर को नियंत्रित करने, आदि में लाभदायक होता है.
मंडूकासन करने के लिए सबसे पहले वज्रासन में बैठकर अपनी मुठ्ठी बंद करके अंगूठे बाहर की तरफ रखें. अब मुठ्ठी को नाभि चक्र और जांघ के पास ले जाकर इस तरह दबाव बनाएं कि मुठ्ठी खड़ी हो और अंगूठे अंदर की तरफ हों. अब अपनी सांस बाहर की ओर छोड़ते हुए पेट को अंदर की तरफ खींचें, ऐसा करते हुए धीरे-धीरे आगे की तरफ झुकें.
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भुजंगासन
भुजंगासन को हर दिन करने से पाचन, लिवर, किडनी, दिल और फेफड़ों को फायदा मिलता है. महिलाओं को पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं में राहत मिलने के अलावा, ये आसन आपको ऊर्जा भी देते हैं, जिससे आप चुस्त-दुरुस्त महसूस करते हैं. नियमित रूप से भुजंगासन करने से रीढ़ की हड्डी लचीली होती है, जो आपको पीठ दर्द से बचाता है.
भुजंगासन करने के लिए आपको सबसे पहले योग मैट पर पेट के बल लेटकर अपने दोनों पैरों के अंगूठों और एड़ियों को मिलाते हुए दोनों हथेलियों को सीने के सामने जमीन पर रखें. अब सांस लेते हुए हथेलियों पर दबाव डालें और सिर, छाती और नाभि तक पेट को ऊपर उठाएं. इस स्थिति में आसमान की तरफ देखें और गर्दन को सीधा रखें.