कैसे होता है बिना ड्रिपसेट-सुई के रक्तदान!
लोग कैसे कैसे दिखावे करते हैं, इसका जीता जागता उदाहरण योगी आदित्यनाथ के काशी आगमन के दौरान मिल गया।
क्या आप लोगों ने सुना या देखा है कि बिना ड्रिपसेट-सुई के रक्तदान हो सकता है? कोई पूछे तो आपका जवाब शायद ना में हो। लेकिन यह अजूबा शनिवार को काशी में दिख गया। योगी आदित्यनाथ के सामने यह दिखावा हुआ।
इसे लेकर जितने मुंह उतनी ही बातें चारों ओर हो रही हैं।
इस बारे में पत्रकार राजकुमार सोनकर कुंवर अपने फेसबुक वाल पर लिखते हैं-वाह क्या बात है? कितनी सफाई के साथ बिना ड्रिपसेट-सुई का प्रयोग किये योगी जी को रक्त दान बनारस के व्यापारी संगठन के लोगों ने दिखाया। मजे की बात यह कि अखबारों ने भी इस खबर को प्रमुखता से जगह भी दे दी। वे पूछते हैं क्या योगी आदित्यनाथ के सामने इस तरह के दिखावे जरूरी हैं?
सोनकर कहते हैं–हुआ यह कि सीएम योगी शनिवार को वाराणसी में विकास कार्यो का अवलोकन कर रहे थे, इसी दौरान वे शिवप्रसाद मंडलीय अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंच गए।
मुख्यमंत्री जिस समय वहां पहुंचे, एक व्यापारी नेता बेड पर हंसते हुए लेटे मिले और उनकी बांह में सिर्फ एक रबर की पाइप बंधी थी और हथेली में एक गेंद थी। उनकी बांह में ड्रिपसेट-सुई नहीं लगी थी और न ही रक्त का दान हो रहा था।
वे आगे बताते हैं- यह दृश्य देख मुख्यमंत्री रक्तदाता की बांह को अपलक निहारते रह गए, पर बोले कुछ नहीं। चंद मिनट रुके और चले गए । नगर उद्योग व्यापार मंडल ने यह रक्तदान शिविर लगाया था। सीएम योगी आदित्यनाथ के पहुंचने के पूर्व इच्छुक व्यापारी रक्तदान के लिए तैयार बैठे थे, लेकिन संगठन के आला पदाधिकारियों ने तय किया था कि सीएम के आगमन पर फलां-फलां ही बेड पर रहेंगे। इसके चलते ही जब मुख्यमंत्री पहुंचे तो आनन-फानन में चयनित व्यापारियों को बेड पर सुला दिया गया।
पांडेयपुर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष कवींद्र जायसवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री के मंडलीय अस्पताल के निरीक्षण के दौरान कुछ व्यापारियों ने फर्जी तरीके से ब्लड देने का दिखावा किया। ऐसे लोगों की जांच होनी चाहिए।
कई अन्य लोगों ने भी अपने फेसबुक वाल पर इस दिखावे को लेकर टिप्पणियां की हैं और दिखावे की राजनीति की निंदा की है।
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