Holi 2024: जानें कब मनाई जाएगी मथुरा में फूलों की होली ?
देखें मथुरा का दस दिवसीय होली का कार्यक्रम....
Holi 2024: कृष्णनगरी मथुरा में होली के दस दिन पहले ही होली की धूम शुरू हो जाती है. इसके साथ ही 17 मार्च को मनाई गयी लड्डू की होली से शुरू होने वाला होली का कार्यक्रम विभिन्न प्रकार की होलियों को मनाने के साथ ही अंत में हुरंगा के साथ ही खत्म हो जाता है. वैसे मथुरा की हर होली ही खास है लेकिन फूलों की होली का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है कि यह होली कब मनाई जाएगी. लोग इस होली को मनाने और देखने के लिए दूर-दूर से पहुंचते है. 18 मार्च को बरसाने से शुरू हुई लट्ठमार होली के पश्चात ही फूलों की खेली जाएगी.
इस साल कब मनाई जाएगी फूलों की होली ?
फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को फुलेरा दूज मनाया जाता है.इस साल यह त्यौहार 21 मार्च गुरूवार को मनाया जा रहा है. इस दिन ही वृंदावन के बांके बिहारी लाल मंदिर में राधा – कृष्ण की पूजा अर्चना करते हैं और फिर इस खास मौके पर वृंदावन और मथुरा में राधा-कृष्ण की मूर्ति को सुंदर फूलों से सजाया जाता है. इसके साथ ही लोग राधाकृष्ण के प्रेम के प्रतीक के रूप में फूलों की होली खेली जाती है. इतना ही नहीं फूलों की गुलदस्ते का आदान प्रदान किया जाता है.
फुलेरा दूज पर ही क्यों मनाई जाती है फूलों की होली ?
मान्यता है कि, भगवान कृष्ण की प्रेमिका राधा रानी उनसे नाराज थीं क्योंकि श्रीकृष्ण बहुत समय से उनसे नहीं मिले थे, जिस की वजह से फूल और मवेशी मरने लगे थे. कृष्ण यह जानते ही तुरंत मथुरा पहुंचे. जब वे मथुरा पहुंचे, फाल्गुन महीने की द्वितीया तिथि थी. श्रीकृष्ण के वापस मथुरा आने से राधा-रानी खुश हो गईं और चारों ओर फिर से हरियाली छा गई. कृष्ण ने नाराज़ राधा रानी को मनाने के लिए खिल रहे एक फूल को तोड़ा और राधा को छेंडने के लिए राधा के ऊपर फेंक दिया. ऐसे में राधा भी पलट कर उन्हे फूल फेंककर मार देती है, यह देखकर गोपियों ने भी एक-दूसरे पर फूल बरसाने शुरू कर दिए. इसके साथ ही यह परंपरा शुरू हो गयी और फूलेरा दूज को फूलों की होली खेली जाने लगी.
फुलेरा दूज का दिन होली की तैयारियों शुरूआत का दिन माना जाता है, इस दिन ब्रज और वृंदावन में भजन, कीर्तन और फाग गीत गाए जाते है. घर में श्रीकृष्ण को गुलाल और मिठाईयां दी जाती हैं. फुलेरा दूज को राधा और कृष्ण के मिलन के दिन भी मनाया जाता है. चंद्रमा इस दिन मीन राशि में प्रवेश करता है और उनके जीवन में सौभाग्य लाता है, भक्त इस दिन व्रत रखते हैं और भगवान कृष्ण की पूजा करते हैं, ताकि वे खुशहाल जीवन पा सकें.
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मथुरा की होली का पूरा कार्यक्रम
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19 मार्च 2024 दिन मंगलवार को नंदगांव के नंद भवन में लट्ठमार होली खेली जाएगी.\
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20 मार्च 2024 को श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर लट्ठमार होली खेली जाएगी.
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21 मार्च 2024 दिन गुरुवार को वृन्दावन के बांके बिहारी मंदिर में फूलवालों की होली खेली जाएगी.
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21 मार्च 2024 ही को गोकुल में छड़ीमार होली खेली जाएगी और इसी दिन मथुरा में भगवान कृष्ण के जन्मस्थान मंदिर और पूरे मथुरा में विशेष आयोजन होगा और होली भी मनाई जाएगी.
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22 मार्च 2024 दिन शुक्रवार को गोकुल होली मनाई जाएगी और रमण रेती दर्शन किए जाएंगे.
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24 मार्च 2024 दिन रविवार को होलिका दहन (होली अग्नि), द्वारकाधीश मंदिर डोला और मथुरा विश्राम घाट, बांके बिहारी वृन्दावन में होलिका दहन किया जाएगा.
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24 मार्च 2024 को ही फालैन का पंडा जलती होली से निकलेगा.
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25 मार्च 2024 दिन सोमवार को द्वारकाधीश बृज में धुलंडी होली मनाई जाएगी. इसमें टेसू फूल/अबीर गुलाल होली और रंग-बिरंगे पानी की होली खेली जाएगी.
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26 मार्च 2024 को दाऊजी हुरंगा और 26 मार्च को ही जाव का हुरंगा होगा. इसी दिन मुखराई में चरकुला नृत्य होगा.27 मार्च 2024 को गिडोह का हुरंगा होगा.