Hindenberg Report: अडानी मामले में हिंडेनबर्ग ने फोड़ा बम, SEBI को लेकर उठाए सवाल…
नई दिल्ली: हिंडेनबर्ग की एक रिपोर्ट के आधार पर पिछले साल अडानी ग्रुप के शेयर को काफी बड़ा झटका लगा था. वहीं, इस बार हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट के बाद एक बार फिर वैसा ही बवाल मचने के संकेत मिलने लगे हैं, क्योंकि हिंडेनबर्ग ने इस रिपोर्ट में अडानी से जुड़े अपनी पुरानी रिपोर्ट में अब सेबी की चीफ और उनके पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं. हिंडेनबर्ग ने कहा कि सेबी चीफ माधवी बुच और उनके पति पर अडानी मनी साइफनिंग घोटाले में इस्तेमाल किए गए ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी,जिसके चलते उसकी रिपोर्ट में सबकुछ जानते हुए भी SEBI ने कार्यवाही नहीं की बल्कि हिंडेनबर्ग को नोटिस भेज दिया.
हिंडेनबर्ग ने सेबी चीफ पर लगाए आरोप …
बता दें कि, शनिवार को हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट में अपनी पुरानी रिपोर्ट को लेकर सेबी चीफ पर आरोप लगाए हैं. हिंडेनबर्ग ने कहा कि अडानी मामले में उनकी रिपोर्ट आए 18 महीने हो गए हैं. हमारी रिपोर्ट ऑफशोर में मुख्य रूप से मॉरीशस बेस्ड शेड कंपनियों के एक बड़े नेक्सेस का खुलासा किया था. हिंडेनबर्ग ने खुलासा किया था कि इन कंपनियों का इस्तेमाल अरबों डॉलर के अनडिक्लेयर्ड ट्रांजेक्शन, अघोषित निवेश और स्टॉक को हेरफेर करने के लिए होता था.
SEBI पर लगाया कार्यवाही न करने का आरोप …
बता दें कि हिंडेनबर्ग की पुरानी रिपोर्ट को लेकर काफी बवाल हुआ था. उस रिपोर्ट को लेकर कंपनी ने अब कहा है कि करीब 40 से ज्यादा मीडिया संस्थानों ने वेरिफिकेशन किया और कई अहम् सबूत पेश किया. इन सबके बावजूद सेबी ने अडानी समूह के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है बल्कि उल्टा हिंडेनबर्ग को कारण बताओ नोटिस थमा दिया.
हिंडेनबर्ग ने कहा कि हमारी 106 पेज की रिपोर्ट में सेबी ने किसी तरह का आरोप नहीं लगाया बल्कि यह कह कर ताल दिया कि दिए गए सबूत कार्यवाही के लिए पर्याप्त नहीं है.
इतना ही नहीं अब अपनी नई रिपोर्ट में हिंडेनबर्ग ने कॉर्पोरेट मंत्रालय के मामलों की एक कॉपी शेयर की है जिसमें उन्होंने बताया कि अगोडा एडवाइजरी नाम की एक फर्म है जिसमें 99 प्रतिशत शेयर सेबी के चेयरपर्सन के है जिसके डायरेक्टर उनके पति है. इतना ही नहीं रिपोर्ट में यह बी दावा किया गया है कि साल 2022 में इस कंपनी ने कंसल्टेंसी के 2,61,000 डोलरका राजस्व प्राप्त किया था.
हिंडनबर्ग ने क्या लगाया है आरोप ?
शनिवार को जारी नई रिपोर्ट में हिंडनबर्ग ने सीधे-सीधे बाजार रेगुलेटरी नियामक सेबी को निशाने पर लिया है. हिंडनबर्ग ने सेबी चेयरपर्सन माधवी बुच और उनके पति धबल बुच पर आरोप लगाया है. कहा है कि उनके पास उस विदेशी कोष में हिस्सेदारी है जिसका उपयोग अडानी समूह में कथित धन की हेराफेरी को लेकर इस्तेमाल किया गया. हालांकि सेबी चीफ ने इन आरोपों को पूरी तरह आधारहीन बताया है.
ALSO READ : Jammu Kashmir: अनंतनाग के बाद किश्तवाड़ में आतंकियों और सेना के बीच मुठभेड़, सर्च जारी
हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट पूरी तरह दुर्भावनापूर्णः अडानी ग्रुप
अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग की ओर से जारी नई रिपोर्ट पर अडानी ग्रुप ने कहा है कि इस रिपोर्ट में लगाए गए आरोप पूरी तरह दुर्भावनापूर्ण हैं. अडानी ग्रुप की ओर से जारी बयान में हिंडनबर्ग रिपोर्ट की आलोचना करते हुए कहा गया है कि इस रिपोर्ट में तथ्यों को जोड़-तोड़ कर पेश किया गया है. यह रिपोर्ट व्यक्तिगत मुनाफाखोरी के लिए पहले से सोची-समझी नतीजों पर आधारित है.
अडानी समूह ने कहा कि हम इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हैं. यह रिपोर्ट रि-साइक्लिंग है. इन आरोपों की पहले ही गहन जांच की जा चुकी है और आधारहीन साबित हुए हैं. सुप्रीम कोर्ट भी जनवरी 2024 में इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है.