हिमाचल चुनाव: भाजपा-कांग्रेस पर गरजीं मायावती, बोलीं- दोनों ने जनता को मायूस किया
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए हो रहे आम चुनाव को लेकर रविवार को बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी जनसभा की. मायावती की जनसभा का आयोजन सोलन की बद्दी तहसील स्थित बरोटीवाला-हरिपुर रोड पर खेल मैदान में हुआ.
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— Mayawati (@Mayawati) November 6, 2022
जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने भाजपा और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस ने हिमाचल की जनता को मायूस किया है.
मायावती ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही गरीब व मेहनतकश जनता का शोषण करने वाली पार्टियां हैं. इसी कारण से इन दोनों पार्टियों की यहां रही सरकारों में हिमाचल प्रदेश की जनता का अब तक आपेक्षित व सुखद भला नहीं हो पाया है. चुनावों के बाद इन पार्टियों की सरकार आती जाती रहती है, किंतु प्रदेश की भोलीभाली जनता अपनी खुशी, खुशहाली एवं विकास को तरसती रह जाती है. यह अति-दु:खद व दुर्भाग्यपूर्ण भी है. जिसके बेहतर निदान के लिए बीएसपी के रूप में उन्हें नए विकल्प को इस बार जरूर आजमाना चाहिए.
हिमाचल प्रदेश के बहादुर नौजवानों की, यूपी, पंजाब व हरियाणा आदि राज्यों की तरह ही बड़े पैमाने पर सेना में भर्ती होने की गौरवशाली परंपरा का उल्लेख करते हुए मायावती ने कहा कि उनकी यह अच्छी व पुरानी परंपरा सेना की नई अस्थाई अग्नि भी भर्ती योजना के बावजूद भी देशहित में जरूर जारी रहना चाहिए. हालांकि, लोगों की भावना के अनुरूप पर सेना के अपने हित में भी केंद्र सरकार को अपनी इस नई भर्ती योजना पर भी फिर से सोच-विचार जरूर करना चाहिए.
कश्मीर की तरह खासकर सेब की खेती पर हिमाचल प्रदेश के किसानों की निर्भरता का उल्लेख करते हुए मायावती ने कहा कि कुछ बड़े व्यापारी समूह द्वारा सेब की औने-पौने शोषणकारी खरीद और फिर उसे भारी मुनाफे पर बाजार में बेचने की खबर अगर वाकई में सही है, तो सरकार को इसका जरूर संज्ञान लेकर तुरंत आवश्यक कार्यवाही करना चाहिए, ताकि किसानों का शोषण आगे रुक सके.
यूपी, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात व असम आदि राज्यों की तरह हिमाचल प्रदेश में भी भय व भ्रष्टाचार आधारित सरकार चलाने के लिए बीजेपी की तीखी आलोचना करते हुए मायावती ने कहा कि जबरदस्त महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, बदतर सड़के व अस्पताल एवं शिक्षा व्यवस्था तथा मजबूरी के पलायन आदि जैसी देश की ज्वलंत समस्याओं के खिलाफ आंदोलन तो दूर की बात है, इसके खिलाफ कुछ बोलने पर भी सरकार द्वारा जनता को चुप कराने का भरसक प्रयास किया जाता है, जो देश में उपजी ऐसी नई घातक प्रवृत्ति है, जो लोगों की दु:ख तकलीफ को और बढ़ा रही है.
अपनी पार्टी के संबंध में मायावती ने हिमाचल के लोगों को याद दिलाया कि बीएसपी गरीबों, मजलूमों, शोषितों व उपेक्षितों आदि के हितों की रक्षा व कल्याण को समर्पित ‘सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’ के सिद्धांत पर चलने वाली सही पार्टी है और इस आधार पर उत्तर प्रदेश जैसे विशाल आबादी वाले राज्य में 4 बार अपनी सरकार भी चलाई है और आज भी अपना मिसाल आप है.
इसके साथ ही मायावती ने कहा कि देशभर में परम पूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के अनुयाई व बीएसपी से जुड़े लोग ज्यादातर मिशनरी भावना के तहत ही चुनाव में भाग लेते हैं और उन्हें एक शक्ति के रूप में एकजुट रखने के उद्देश्य से हिमाचल प्रदेश विधानसभा का आम चुनाव भी बीएसपी लोगों के तन, मन, धन के सहयोग से अकेले अपने बूते पर ही लड़ रही है. हिमाचल प्रदेश के लोगों को अपने वास्तविक हित व कल्याण तथा भलाई के लिए बीएसपी को इस बार जरूर आजमाना चाहिए, यही अपील है.
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