हाथरस कांड : पत्रकार के फोन टैपिंग से ‘खुला सच’ या हुआ ‘अधिकारों का हनन’ ?
यूपी के हाथरस में दलित युवती के साथ कथित बलात्कार और हत्या के मामले में प्रशासन के साथ-साथ सरकार की भी खूब फजीहत हुई। इस प्रकरण में पत्रकारों को भी निशाना बनाया गया।
इस क्रम में मीडिया के अधिकारों का हनन किया गया। साथ ही पत्रकारों के अधिकारों का भी उल्लंघन किया गया। यह बातें इसलिए कही जा रही हैं क्योंकि यूपी सरकार पर इंडिया टुडे टीवी की रिपोर्टर तनुश्री पांडेय का फोन टैप करने का आरोप लग रहा है।
Official statement by the India Today Group on the #Hathras phone tapping incident (1/2) pic.twitter.com/aIOrLZSqlD
— IndiaToday (@IndiaToday) October 2, 2020
वीडियो में रिपोर्टर हाथरस पीड़िता के भाई से कह रही है कि वह अपने पिता के बयान का एक वीडियो बना कर उसे भेज दे।
इंडिया टुडे ग्रुप ने आधिकारिक तौर पर बयान जारी कर पूछा है कि उनकी रिपोर्टर का फोन क्यों और किस नियम के तहत टैप किया गया है। साथ ही यह भी सवाल किया कि अगर पीड़िता के भाई का फोन टैप किया गया है तो क्यों?
एक पक्ष यह भी-
इस बाबत भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी इसके ऑडियो को ट्वीट किया। ट्वीट में उन्होंने आजतक की पत्रकार पर पीड़ित परिवार को बरगलाने का आरोप लगाया।
सारा मामला तुम लोगों के ऊपर डाला जा रहा है… पुलिस तुम लोगों को ही बालिका का हत्यारा बना देगी…
संदीप प्लीज एक वीडियो बना दो…
जिसमें पिता कहें – हां, मुझ पर बहुत दबाव डाला गया है, ये बयान देने के लिए कि मैं संतुष्ट हूं।
Aaj Tak’s journalist caught tutoring victim’s family. pic.twitter.com/chrT774Sj2
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 3, 2020
उन्होंने लिखा, ‘सारा मामला तुम लोगों के ऊपर डाला जा रहा है। पुलिस तुम लोगों को ही बालिका का हत्यारा बना देगी। संदीप प्लीज एक वीडियो बना दो… जिसमें पिता कहें – हां, मुझ पर बहुत दबाव डाला गया है, ये बयान देने के लिए कि मैं संतुष्ट हूं।’
अमित मालवीय का आरोप लगते हुए वीडियो में लिखा, ‘देखिए कैसे बयान बदलने को मजबूर कर रही इंडिया टुडे की रिपोर्टर। यह रिपोर्टर कांग्रेस और परिवार के बीच फिक्सिंग करवा रही है या अपना करियर चमका रही है।’
कब फोन हो सकता है टैप-
फोन किसी खास स्थितियों में ही टैप किया जा सकता है। जब देश की संप्रभुता खतरे में हो, राज्य की सुरक्षा खतरे में हो, किसी मित्र देश के साथ रिश्ते पर बुरा असर पड़ रहा हो या राज्य की कानून व्यवस्था खतरे में हो तो फोन टैपिंग किया जा सकता है।
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