यूपी: दुकानदार ने किताब के ज्यादा पैसे लिए तो उपभोक्ता अधिकार को लेकर थाने पहुंची छात्रा, SHO ने दिखाई मानवता
यूपी के हरदोई जिले से अनोखा मामला सामने आया है. यहां कक्षा 9वीं की छात्रा रोते हुए पुलिस थाने आई और अपने उपभोक्ता अधिकार के तहत शिकायत दर्ज करवाई. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में थानेदार से छात्रा कहती दिख रही है कि एक दुकानदार ने उससे किताब के 85 रुपये ज्यादा ले लिए हैं. उसने कहीं पढ़ा है की उपभोक्ता के अधिकार होते हैं. इसके बाद थाने की महिला कांस्टेबल ने दुकानदार से उस छात्रा के पैसे वापस दिलवाए.
#Hardoi-9 वीं कक्षा की छात्रा रोते बिलखते पहुंची थाने,बोली दुकानदार ने किताब के 85 रुपये ज्यादा लिए, वापस करा दीजिए.@UPGovt @myogioffice
#UttarPradesh #Viral #ViralVideo #हरदोई pic.twitter.com/M82bsdAbC6— ASHISH YADAV (@AshishYadavknp) July 18, 2022
दरअसल, ये पूरा मामला हरदोई के माधौगंज थाने का है. यहां जनसुनवाई के दौरान एमएस पब्लिक स्कूल की 9वीं कक्षा की छात्रा संध्या पहुंची. थाने पहुंचते ही संध्या थानेदार के सामने फफककर रोने लगी. थानेदार ने जब उससे रोने का कारण पूछा तो संध्या ने पूरी बात बताई. संध्या ने कहा कि अंकुर बुक डिपो से उसने भौतिक विज्ञान की किताब खरीदी थी, जो दुकानदार ने 850 रुपए की दी. जबकि बाकी दुकानों पर वो किताब 765 रुपए की है. जब उसने दुकादार से कहा तो उसने न तो उसके रुपए लौटाए और न ही किताब दी. साथ ही दुकानदार ने कहा कि वो जो चाहे कर ले वो उसको किताब नहीं देगा.
इस घटना के बाद संध्या रोते हुए थाने पहुंची और बोली कि मैंने किताब में पढ़ा है कि उपभोक्ता के अधिकार होते है मुझे वो अधिकार दिलाए जाएं. संध्या ने बताया कि उसके पिता मजदूरी करके बड़ी मेहनत से उसे पढ़ा रहे हैं. उसकी चप्पल टूटी हुई है, जिसे उसने 5 रुपए देकर जुड़वाया है. ड्रेस भी फट गई है और ऐसे में पढ़ाई करना बहुत मुश्किल है. थानेदार ने संध्या की बात सुनकर महिला पुलिसकर्मी को दुकान पर भेजकर उसके रुपए वापस कराए.
इस घटना के बारे में माधौगंज नाध्यक्ष सुब्रत नारायण तिवारी ने बताया कि बच्ची की शिकायत के बाद महिला आरक्षी दिव्या द्विवेदी व प्रगति दुबे को दुकानदार के पास भेजा गया. दोनों महिला आरक्षियों ने दुकानदार से अधिक रुपए लेने की बात पूछी तो दुकानदार ने गलती स्वीकार करते हुए रुपए वापस किए. पैरों में टूटी चप्पल पहने होने पर थानाध्यक्ष ने एक हजार रुपए देकर उसको नई चप्पलें और किताबे दिलाई है.