गुजरात चुनाव: प्रचार पर रोक और वोट ना डालने पर जुर्माना, सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत का मिला पुरस्कार, जाने इस गांव के कायदे-कानून
गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां जोरशोर से प्रचार-प्रसार में लगी हुई हैं. बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी वहां की जनता को रिझाने के लिए अपनी ताकत झोंक दी है. लेकिन, गुजरात के एक गांव में किसी भी राजनीतिक पार्टी को प्रचार करने पर साफ मनाही है. इतना ही नहीं, अगर इस गांव के लोग मतदान करने से कतराते हैं तो उन पर जुर्माना भी लगाया जाता है. आइये जानते है इस गांव के कायदे-कानून के बारे में…
Rajkot, Gujarat | Political parties not allowed to campaign but Rs51 fine for those who don't vote in Raj Samadhiyala village
This rule of not allowing political parties to campaign in existence here since 1983.But voting compulsory for all otherwise Rs51 fine: Village Sarpanch pic.twitter.com/j4GkDdEfoa
— ANI (@ANI) November 23, 2022
वर्ष 1983 से प्रचार की अनुमति नहीं…
दरअसल, गुजरात के इस गांव का नाम राज समाधियाला है और ये राजकोट शहर से केवल 22 किलोमीटर की दूरी पर है. राज समाधियाला गांव के सरपंच का कहना है कि वर्ष 1983 से यहां राजनीतिक पार्टियों को प्रचार करने की अनुमति नहीं देने का यह नियम लगा हुआ है. जबकि मतदान सभी के लिए अनिवार्य है. ऐसा नहीं करने पर पंचायत की ओर से 51 रुपये का जुर्माना लगता है. राज समाधियाला गांव को गुजरात में सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत का पुरस्कार भी मिल चुका है.
पान-मसाला और गुटखे पर पहले ही प्रतिबंध…
राज समाधियाला गांव में पान-मसाला और गुटखे पर काफी पहले ही प्रतिबंध लगा हुआ है और इस नियम को तोड़ने की हिमाकत कोई नहीं करता है. इस गांव ने जल संरक्षण की दिशा में भी काफी बेहतर काम किया है. सौराष्ट्र के सूखे इलाके में स्थित इस गांव ने वाटर मैनेजमेंट की मिसाल पेश की है. जहां अब खेती और पशुपालन के लिए पर्याप्त पानी मौजूद है.
किसी भी घर में ताला नहीं…
इसके अलावा, राज समाधियाला गांव में कोई भी अपने घर में ताला नहीं लगाता है. यहां के दुकानदार भी दोपहर में अपनी दुकानें खुली छोड़ देते हैं और घर में खाना खाने आते हैं. इस दौरान जब कोई ग्राहक दुकान आता है तो वो अपना सामान लेता है और पैसा दुकान के गल्ले में डालकर चला जाता है. यही नहीं, इस गांव में आज तक कोई भी चोरी की वारदात नहीं हुई है. चोरी की बस इकलौती ही घटना इस गांव में हुई थी, उसमें भी अगले ही दिन चोर ने खुद पंचायत में अपना गुनाह कबूल करके प्रायश्चित किया था और उचित मुआवजा भी दिया था.
बता दें गुजरात की कुल 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए 1 दिसंबर को पहले चरण में 89 सीटों पर और 5 दिसंबर को दूसरे चरण में 93 सीटों पर मतदान होगा. गुजरात विधानसभा चुनाव के परिणाम 8 दिसंबर को जारी किये जाएंगे.
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