‘बागेश्वर बाबा’ का ‘हिंदू राष्ट्र पर महासंग्राम’… राष्ट्र के पुन: नामकरण पर सीएम नीतीश ने दिलाई ‘राष्ट्र पिता’ की याद
लखनऊ : बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आज बिहार से दरबार समाप्त कर लौट रहे हैं। मगर, जाते-जाते पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बिहार की राजनीति को चुनौती दे डाली है। दरबार से ही आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने दो विवादित सौगाते देकर राष्ट्र की राजनीति को बदलने का संकेत दे दिया है। जिसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बाबा धीरेंद्र शास्त्री को आजादी के बाद राष्ट्र का निर्माण करने वाले महात्मा गांधी की याद दिला दी।
‘बागेश्वर बाबा’ का ‘हिंदू राष्ट्र पर महासंग्राम’… राष्ट्र के पुन: नामकरण पर सीएम नीतीश ने दिलाई ‘राष्ट्र पिता’ की यादhttps://t.co/1X6q7lTFpC#nitishkumar #DhirendraKrishnaShastri #Bihar #hindurashtrajagrutiabhiyan @NitishKumar #BageshwarBaba pic.twitter.com/7OCDztMi6d
— Journalist Cafe (@journalist_cafe) May 17, 2023
पुन: राष्ट्र नामकरण पर सीएम नीतीश का बयान
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पुन: राष्ट्र नामकरण पर कहा, ‘आजादी की लड़ाई के बाद सबकी सहमति से संविधान बना। राष्ट्र पिता द्वारा किए गए नामकरण को सभी को स्वीकार करना चाहिए…जो (बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री) लोग बोल रहे हैं क्या उनका उस समय जन्म हुआ था? हम सब राष्ट्र पिता महात्मा गांधी को मानते हैं। हम उसी के आधार पर काम कर रहे हैं।’
सरकार है बागेश्वर धाम सरकार न कि बिहार सरकार – सीएम नीतीश
बता दें, सीएम नीतीश कुमार की ओर से कहा गया कि बागेश्वर धाम वाले बाबा पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कई बार कहा कि ‘सरकार’ ने यह कर दिया, ‘सरकार’ ने वह कर दिया। लेकिन बागेश्वर धाम सरकार के बारे में बोल रहे थे, लेकिन कुछ लोग इसे बिहार सरकार के बारे में प्रचारित करने लगे। नासमझी में लोग यह तक कहने लगे कि बाबा भाजपा का समर्थन करने आए और गाने लगे महागठबंधन सरकार के गीत।
बागेश्वर बाबा की विवादित सौगात- हिंदू राष्ट्र व सनातन सरकार
बिहार में दिव्य दरबार लगाने के दौरान राजनीति के समझदार लोगों के लिए भी बाबा ने कई बातें कह दीं, जिसपर महासंग्राम छिड़ चुका है। सितंबर में गया आने के आश्वासन के साथ बुधवार को पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बिहार से लौट जाएंगे, लेकिन उनकी दी दो विवादित सौगातों से बिहार ही नहीं, देश की राजनीति बदल सकती है- पहली- हिंदू राष्ट्र और दूसरी- सनातन सरकार।
धीरेंद्र शास्त्री की दो सौगातों से राजनीति में बदलाव का आगाज़
इन दो बातों ने राजनीति में बदलाव की शुरुआत कर दी है। बिहार का विपक्ष-पक्ष इसपर भिड़ गया है, देश का पक्ष-विपक्ष इसे कैसे लेता है। यह सितंबर में बाबा के अगले दौरे तक पक कर पक्का हो जाएगा। तब तक, 2024 के चुनाव की सरगर्मी परवान भी चढ़ चुकी होगी।
बातों-बातों में धीरेंद्र शास्त्री ने दे दी हिंदुओं को जगाने की खुराक
दरअसल, यह माना जाता है कि बिहार की रग-रग में राजनीति बसी हुई है और देश की राजनीतिक दशा-दिशा यहीं से तय होती है। इस हिसाब से देखें तो बागेश्वर वाले बाबा ने बिहार की राजनीति को दो कड़ी खुराक ही दी है। उन्होंने कहा कि अगर बिहार के 13 करोड़ में से पांच करोड़ सनातनी तिलक लगाकर वोट देने निकल पड़ें तो भारत हिंदू राष्ट्र बन जाएगा। मसलन, इस एक लाइन से उन्होंने सनातन हिंदू को भी जगाने की खुराक दे दी और हिंदू राष्ट्र बनाने की संभावना के लिए वोटर को भी जगाने का प्रयास कर दिया।
Also Read : न पाक के रहे, न भारत के… टीना डाबी के आदेश पर बेघर हो गए 28 हिंदू परिवार