GoMechanic Layoff: एक झटके में बाहर हुआ कंपनी का 70% स्टाफ, पोस्ट के जरिए को-फाउंडर ने बताई वजह
पिछले कुछ समय से आईटी सेक्टर में हो रही छंटनी के बाद अब ऑटोमोबाइल सेक्टर में बड़ी छंटनी हुई है. इसी कड़ी में कार वर्कशॉप और ऑटो स्पेयर पार्ट्स प्लेटफॉर्म वाली कंपनी गोमैकेनिक का नाम भी जुड़ गया है. गोमैकेनिक कंपनी ने अपने 70 प्रतिशत कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. ये जानकारी गोमैकेनिक कंपनी के को-फाउंडर अमित भसीन ने बुधवार को दी.
अमित भसीन ने माना है कि कंपनी की फाइनेंशियल रिपोर्ट में भारी गड़बड़ी हो गई है. अब गोमैकेनिक की सबसे बड़ी इनवेस्टर कंपनी सिकोइया कैपिटल कंपनी के बैलेंसशीट की फॉरेंसिक ऑडिट कराई जाएगी और कारोबार का पुनर्गठन किया जा रहा है. जिसके तहत करीब 1 हजार कर्मचारियों में 70 प्रतिशत की छंटनी की जाएगी.
वहीं, इन सारी बातों की पुख्ता जानकारी देते हुए कंपनी के को-फाउंडर अमित भसीन ने 18 जनवरी को लिंक्डइन पर एक ब्लॉग पोस्ट किया है. भसीन ने लिखा
‘फैसले में गंभीर त्रुटियां हैं, क्योंकि हमने हर कीमत पर विशेष रूप से वित्तीय रिपोर्टिंग के संबंध में विकास का अनुसरण किया. जिसका हमें गहरा अफसोस है. क्योंकि, हमने हर कीमत पर विकास का अनुसरण किया. हम इस वर्तमान स्थिति के लिए पूरी जिम्मेदारी लेते हैं और सर्वसम्मति से फंड समाधान की तलाश करते हुए व्यवसाय का पुनर्गठन करने का निर्णय लिया है. यह पुनर्गठन दर्दनाक होने वाला है और हमें दुर्भाग्य से लगभग 70% कर्मचारियों को निकालना होगा. सके अलावा एक थर्ड पार्टी कंपनी हमारे बिजनेस की ऑडिटिंग करेगी. जबकि गो मैकेनिक के लिए हमने कभी भी ऐसी स्थिति की कल्पना नहीं की थी. हम एक ऐसी योजना पर काम कर रहे हैं जो परिस्थितियों में के अंतर्गत सर्वाधिक सक्षम होगी.’
मंगलवार को भारतीय समाचार पोर्टल द मॉर्निंग कॉन्टेक्स्ट में छपे आर्टिकल के मुताबिक, गुड़गांव स्थित मुख्यालय में जिन लोगों की नौकरी बची है, उन्हें 3 महीने तक सैलरी नहीं दी जाएगी और काम करना होगा. यह निर्णय इसलिए लिया गया है, क्योंकि गोमैकेनिक विभिन्न निवेशकों के साथ उन्नत चरण की बातचीत के बावजूद एक वर्ष से अधिक समय से फंड जुटाने में असमर्थ रहा है.
टेकक्रंच के अनुसार, व्यवसाय पिछले साल की शुरुआत में फंडिंग के एक दौर की तलाश के लिए चर्चा में था, जिसका नेतृत्व टाइगर ग्लोबल ने किया था और इसका मूल्य USD1 बिलियन से अधिक था. उधर, सूत्रों की मानें तो यह दावा किया गया है कि एक बार जांच प्रक्रिया के दौरान कुछ असंगतता का पता चलने के बाद बातचीत से परिणाम का लेना-देना नहीं था. फंड का एक बड़ा हिस्सा हासिल करने के लिए व्यवसाय ने बाद में मलेशिया के खज़ाना सहित अन्य निवेशकों के साथ बातचीत की.
नाम न छापने की शर्त पर मीडिया से बात करने वाले सूत्र ने कहा कि इस दौर को भी मंजूरी मिलने की संभावना नहीं है, क्योंकि इसकी पुस्तकों में महत्वपूर्ण विसंगतियां पाई गई हैं. सूत्र के अनुसार, टाइगर ग्लोबल को इसके समर्थकों में शामिल करने वाली फर्म की हाल की एक जांच से पता चला है कि इसके कई गैरेज अन्य समस्याओं के साथ बनाए गए थे.
बता दें गोमैकेनिक कंपनी का हेड ऑफिस गुरुग्राम में है. गोमैकेनिक कंपनी की स्थापना वर्ष 2016 में कुशाल करवा और अमित भसीन सहित 4 दोस्तों ने मिलकर की थी.
शुरुआत में कंपनी के पास कुछ 100 कस्टमर्स थे, जिसकी संख्या मौजूदा समय में 7 लाख से ज्यादा पहुंच चुकी है.
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