इतिहास में स्वर्णिम पृष्ठ जोड़ा गया:पीएम नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या मामले में अपने विचार रखे और कहा कि इतिहास में स्वर्णिम पृष्ठ जोड़ा गया।
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि सर्वोच्च अदालत का ये फैसला हमारे लिए एक नया सवेरा लेकर आया है।
इस विवाद का भले ही कई पीढ़ियों पर असर पड़ा हो, लेकिन इस फैसले के बाद हमें ये संकल्प करना होगा कि अब नई पीढ़ी, नए सिरे से न्यू इंडिया के निर्माण में जुटेगी।
दायित्व को प्राथमिकता देते हुए काम करना है
अब समाज के नाते, हर भारतीय को अपने कर्तव्य, अपने दायित्व को प्राथमिकता देते हुए काम करना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे बीच का सौहार्द, हमारी एकता, हमारी शांति, देश के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
नए भारत में भय, कटुता, नकारात्मकता का कोई स्थान नहीं है।
आज अयोध्या पर फैसले के साथ ही, 9 नवंबर की ये तारीख हमें साथ रहकर आगे बढ़ने की सीख भी दे ही है।
आज के दिन का संदेश जोड़ने का है-जुड़ने का है और मिलकर जीने का है।
सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले के पीछे दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाई
और इसलिए, देश के न्यायधीश, न्यायालय और हमारी न्यायिक प्रणाली अभिनंदन के अधिकारी हैं।
पीएम ने कहा कि भारत की न्यायपालिका के इतिहास में भी आज का ये दिन एक स्वर्णिम अध्याय की तरह है।
इस विषय पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सबको सुना, बहुत धैर्य से सुना और सर्वसम्मति से फैसला दिया।
फैसला आने के बाद जिस प्रकार हर वर्ग ने, हर समुदाय ने, हर पंथ के लोगों ने पूरे देश ने खुले दिल से इसे स्वीकार किया है, वो भारत की पुरातन संस्कृति, परंपराओं और सद्भाव की भावना को प्रतिबिंबित करता है।
-भारत का संविधान, न्यायिक प्रणाली या हमारी महान परंपरा पर हमारा विश्वास अडिग रहे, यह बहुत महत्वपूर्ण है
-सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने देश को संदेश दिया है कि कठिन से कठिन मसले का हल संविधान और कानून के दायरे में ही आता है
आज के दिन का संदेश जोड़ने का है
-आज के दिन का संदेश जोड़ने का है, जुड़ने का है और मिलकर जीने का है
-6 नंवबर को बर्लिन की दीवार गिरी थी, आज करतारपुर कॉरिडोर की शुरुआत भी हुई है।
-अयोध्या पर फैसले के साथ ही 9 नवंबर की यह तारीख हमें साथ रहकर आगे बढ़ने की सीख भी दे रही है।
-देश के न्यायाधीश, न्यायालय और हमारी न्यायिक प्रणाली अभिनंदन के काबिल है।
-सुप्रीम कोर्ट ने सबको सुना, बहुत धैर्य से सुना और पूरे देश के लिए खुशी की बात है कि मामला सबकी सहमति से सुलझा।
सुप्रीम कोर्ट ने दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाई।
-आज सवा सौ करोड़ देशवासी नया इतिहास रच रहे हैं, इतिहास के अंदर स्वर्णिम पृष्ठ जोड़ रहे हैं।
-भारत विविधता में एकता के लिए जाना जाता है, आज यह मंत्र पूर्णता के साथ खिला हुआ नजर आता है।
-विविधता में एकता किसी को समझनी होगी तो वह आज के दिन का जरूर उल्लेख करेगा
यह भी पढ़ें: मायानगरी को फिलहाल राहत नहीं, भारी बारिश की चेतावनी
यह भी पढ़ें: बच्चा चोरी की अफवाहों से वाराणसी पुलिस परेशान, दर्जनों से ज्यादा केस आए सामने
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)