गोल्ड मेडल विजेता छात्रा रबीहा को हुए दीक्षांत समारोह में शामिल होने से रोका गया
पांडिचेरी विश्वविद्यालय की गोल्ड मेडल विजेता छात्रा रबीहा अब्दुरहीम का आरोप है कि उसे सोमवार को हुए दीक्षांत समारोह में शामिल होने से रोका गया, जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि थे. केरल की निवासी रबीहा ने मास कम्युनिकेशन से मास्टर डिग्री पूरी की, लेकिन नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों के समर्थन में गोल्ड मेडल लेने से इनकार कर दिया.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ऑडिटोरियम छोड़ने के लिए कहा
छात्रा ने दावा किया कि दीक्षांत समारोह शुरू होने से पहले उसे एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ऑडिटोरियम छोड़ने के लिए कहा था. राष्ट्रपति के जाने के बाद उन्हें तब ऑडिटोरियम में जाने की अनुमति दी गई, जब समारोह में निवर्तमान स्नातकों को स्वर्ण पदक और प्रमाण पत्र दिया जा रहा था. रबीहा अब्दुरहीम ने कहा कि वह असली वजह नहीं जान सकी कि पुलिस अधिकारी द्वारा ऑडिटोरियम छोड़ने के लिए क्यों कहा गया.
गोल्ड मेडल स्वीकार करने से मना कर दिया
उन्होंने कहा कि उन्हें डिग्री स्क्रॉल प्राप्त हुआ, लेकिन नागरिकता कानून (CAA) का विरोध कर रहे छात्रों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए गोल्ड मेडल स्वीकार करने से मना कर दिया. राष्ट्रपति के कैंपस छोड़ने के बाद दीक्षांत समारोह जारी रहा और विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने छात्रों को प्रमाणपत्र और पदक सौंपे.
ममता बनर्जी ने रैली में लगवाए नारे, ‘NRC और CAA वापस लो, वापस लो’
रैली के दौरान उन्होंने अपने समर्थकों से बीजेपी सरकार, एनआरसी और सीएए के खिलाफ नारे लगवाए। रैली के दौरान ममता ने ‘एनआरसी, सीएए नहीं चलेगा, नहीं चलेगा’, ‘एनआरसी सीएबी वापस लो वापस लो’, ‘एनआरसी खत्म करो, सीएए खत्म करो’ जैसे नारे लगवाएं.
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी पिछले कई दिनों से कोलकाता में ‘नो सीएबी नो एनआरसी’ नाम से रैली आयोजित कर रही हैं. पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि वह पश्चिम बंगाल में एनआरसी नहीं लागू होने देंगी. ममता ने मंगलवार को रैली के दौरान कहा कि एनआरसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह विरोधाभासी बयान दे रहे हैं. ममता ने कहा कि आखिर कौन सच बोल रहा है?