लखनऊ कोर्ट में हुए शूटआउट में बच्ची घायल, मां के साथ आई थी कोर्ट…
लखनऊ सिविल कोर्ट में गैंगस्टर संजीव जीवा की जज के सामने गोली मारकर हत्या. 48 साल का गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ संजीव जीवा मर्डर केस में पेशी पर आया था. उसकी गवाही थी. पेशी पर इंतजार कर रहा था. कोर्ट में काफी लोग थे. महिलाएं और बच्ची भी. महज 18 महीने यानी डेढ़ साल की बच्ची लक्ष्मी अपनी मां नीलम के साथ कोर्ट आई थी. असल में नीलम अपनी बच्ची को लेकर ससुर के केस में पैरोकारी करने आई थी।
केस का इंतजार करते-करते मासूम बच्ची सो गई. मां भी गोद में लिए थक गई थी. इसलिए नीलम कोर्ट में ही नीचे बैठकर बच्ची को वहीं फर्श पर लिटा दिया. बच्ची आराम से सो रही थी. 7 जून की दोपहर बाद करीब 3 बजकर 50 मिनट हो चुके थे. तभी ताबड़तोड़ फायरिंग होने लगी. गोलियों की आवाज सुनकर उस मां ने अपनी बच्ची को गोद में उठाया. और बाहर की तरफ भागने लगी. तभी बच्ची की चीखी और मां के हाथ खून से पूरी तरह से सन गए. वो मां चीखने लगी।
मासूम बच्ची के सीने में लगी थी गोली…
बच्ची बेहोशी की हालत में चली गई. उसके सीने में गोली लगी थी. तुरंत पुलिस की मदद से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. बच्ची ICU में भर्ती कराया गया. लेकिन अब उसकी जान खतरे से बाहर है. वो बच्ची जिसका ना किसी गैंगस्टर से लेना देना ना ही किसी केस से. वो मासूम तो बस अपनी नींद में थी. लेकिन उसे क्या पता था. कि न्याय के मंदिर में भी गोलियों की बरसात होगी. जहां लोग इंसाफ के लिए आते हैं. वहां भी इंतकाम की आग में खून की होली खेली जाती है. शायद ऐसा किसी ने सोचा भी नहीं होगा. लेकिन गनीमत इस पूरी घटना में यही रही कि बच्ची को सीधे ना गोली लगकर बल्कि कहीं से टकराकर सीने में लगी थी. इस वजह से गोली की रफ्तार काफी कम हो गई थी. जिससे उसे काफी गहरा घाव नहीं लगा. इस वजह से बच्ची की जान अब खतरे से बाहर है।
कोर्ट में घुसते ही चली गोलियां…
घटना में घायल सिपाही कमलेश भी केजीएमयू में भर्ती है। उसने बताया कि हमलावर ने कोर्ट में घुसते ही गोली चला दी. किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिल पाया. वहीं, दूसरे घायल सिपाही लाल मोहम्मद ने बताया कि संजीव जीवा को दोपहर बाद पेशी पर लाया गया था. जैसे ही कोर्ट के पास पहुंचे, वैसे हमलावर गोली चलाने लगा. लाल मोहम्मद ने बताया कि आगे होने के कारण उसे भी पैर में गोली लगी. कोई कुछ समझ पाता उससे पहले ही वकील ड्रेस में आए हमलावर ने गेट पर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा को गोली मार दी।
संजीव जीवा पर किसने चलाई गोली…
पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान जौनपुर जिले के रहने वाले 24 वार्षीय विजय के रूप में हुई है. वारदात के बाद कोर्ट रूम के बहार शाम करीब चार बजे मौके पर ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया था. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि हमलावर ने वकील की ड्रेस पहन रखी थी. उसने करीब छह गोलियां चलाई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के लिए तीन सदस्यीय विशेष जांच दल के गठन का (एसआईटी) निर्देश दिया है।
हमलावर भी ट्रॉमा सेंटर में भर्ती….
संजीव उर्फ जीवा के हत्यारोपी विजय यादव भी ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है. डॉक्टरों ने चोट की संभावना के चलते CT स्कैन कराया. कुलपति डॉ. बिपिन पुरी ने भी आरोपी का CT स्कैन कर रहे डॉक्टरों से उसकी तबीयत का हालचाल लिया. उन्होंने बताया कि विजय यादव की हालत ठीक है। शरीर पर उसको कहीं भी कोई गंभीर चोट नहीं है। सभी अंग सुरक्षित है।
पिता ने कहा नौकरी करने गया था विजय…
पिता श्यामा यादव ने बताया कि चार पुत्रों में दूसरे नंबर नंबर का 24 वर्षीय विजय यादव दो माह से लखनऊ में रहकर सीवर व पेयजल पाइप लाइन डालने का काम कर रहा था. इसके पहले वह मुंबई में टाटा कंपनी में मजदूरी का काम करता था। बताया कि विजय दो माह से लखनऊ में रह रहा था. गत 15 दिन से उसका मोबाइल फोन बंद था. परिवार के किसी भी से उसका संपर्क नहीं हो पा रहा था. हम लोग परेशान थे. बताया कि विजय यादव की पढ़ाई जौनपुर से ही हुई है।
सीएम योगी ने बच्ची से की मुलाकात…
तो वही घटना में घायल हुई डेढ़ साल बच्ची से आज सीएम योगी आदित्यनाथ ने केजीएमयू पहुंचकर मुलाकात की. इस दौरान सीएम ने आधिकारियो से बच्ची को अच्छे से अच्छा इलाज उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए।
कोर्ट शूटआउट में घायल हुए लोग….
लक्ष्मी उर्फ लाडो (18 महीने) – ट्रॉमा सर्जरी वार्ड में भर्ती
लक्ष्मी की मां नीलम (38 साल) – बाएं हाथ की उंगली में चोट
सिपाही कमलेश- मामूली चोट, हालत ठीक
सिपाही लाल मोहम्मद (40 साल)- घुटने में बुलेट इंजरी
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