गाजीपुर के अंतरराज्यीय हेरोइन तस्कर दो करोड़ की हेरोइन के साथ गिरफ्तार
नागालैंड से लगायत अंतरराज्यीय मादक पदार्थ तस्करों के गिरोह से रखते हैं सम्बंध
मादक पदार्थ तस्करों के आयेदिन नये-नये कारनामे सामने आ रहे हैं. इसी क्रम में गाजीपुर जिले के जमानिया थाने की पुलिस ने शनिवार को अंतरराज्यीय मादक पदार्थ तस्करों के गिरोह के दो सदस्यों को दबोचा. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर इनकी गिरफ्तारी कोतवाली थाना क्षेत्र के गायघाट मोड़ से की. पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह के अनुसार तस्करों के पास से एक किलो 140 ग्राम हेरोइन बरामद हुई है. बरामद हेरोईन की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब दो करोड़ रुपये है.
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पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 6 अप्रैल को स्वाट, सर्विलांस और जमानिया थाने की पुलिस की संयुक्त टीम ने दो तस्करों को गिरफ्तार किया. पूछताछ के बाद आरोपितों की पहचान गाजीपुर के ही दिलदारनगर थाना क्षेत्र के शेरपुर फुल्ली निवासी दीपक यादव और जमानिया थाना क्षेत्र के बेटावर गांव के ओमकार राय के रूप में हुई.
पिछले माह ही सरगना को एसटीएफ ने किया था गिरफ्तार
पुलिस की आरम्भिक पूछताछ में दोनों तस्करों ने अपनी सफाई में बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से ही इस काले कारोबार में शामिल हुए हैं. इनका संगठित गिरोह है और गिरोह का सरगना जमानिया थाना क्षेत्र के सोनहरिय गांव का रामानंद यादव है. इसे पिछले महीने यूपी एसटीएफ ने वाराणसी से पकड़कर नागालैंड पुलिस को सौंपा था. वह जेल में हैं. तस्करों ने बताया कि रातो-रात करोड़पति बनने के लालच में वह इस धंधे में आ गये. गिरोह के लोग नागालैंड, असम, मिजोरम, बिहार से मादक पदार्थ लाकर विभिन्न स्थानों पर बेच देते हैं. इससे उन्हें मोटी रकम मिलती है. उसी पैसे से वह अपने महंगे शौक पूरे करते हुए ऐशो आराम की जिंदगी जी रहे थे. परिवार का खर्च भी चलाते थे. इन्हें गिरफ्तार करनेवाली पुलिस टीम में जमानिया थाना प्रभारी निरीक्षक श्यामजी यादव, स्वाट प्रभारी रामाश्रय राय, सर्विलांस टीम शामिल रही.
गाजीपुर से है नशे के कारोबार का पुराना नाता
गाजीपुर में नशे के कारोबार का नाता काफी पुराना हैं. वहां की अफीम फैक्ट्री से भी इसके गहरे ताल्लुकात रहे. कई साल पहले फैक्ट्री शैलपुत्री मंदिर के पास एक मकान में वाराणसी पुलिस ने छापा माकर हेरोइन की बड़ी खेप बरामद की थी और बड़ा खुलासा किया था. इसमें गाजीपुर अफीम फैक्ट्री के सीआईएसएफ जवानों की संलिप्तता का पता चला था. गिरफ्तारियां हुई थीं.