Ghazipur : दावत में बनाया हत्या का प्लान, फिर दिया वारदात को अंजाम
किसान रामविलास की हत्या के चार आरोपित गिरफ्तार, एक की तलाश
गाजीपुर जिले के नंदगंज थाने की पुलिस ने किसान रामविलास कन्नौजिया हत्याकांड का मंगलवार को मीडिया के सामने खुलासा किया. पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि 18 जनवरी को पांच लोगों ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था. इनमें चार की गिरफ्तारी कर ली गई है और एक फरार है. हत्यारों ने बदले की भवना से घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने आरोपितों की निशानदेही पर रक्त रंजित चारपाई की बांस, लाठी, दो मोटरसाइकिल, छह मोबाइल, एक तमंचा और दो कारतूस बरामद किया है. एसपी ने बताया कि घटना से एक दिन पहले सतीश के घर मछली की दावत थी. वहीं प्लान बना और दूसरे दिन वारदात को अंजाम दिया गया.
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पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पकड़े गये हत्यारोपितों में रेवसा गांव के सतीश कन्नौजिया उर्फ कल्लू, नोनहरा थाना क्षेत्र के कांधरपुर के अखिलेश विश्वकर्मा, अतरसुआ गांव के गोलू यादव उर्फ रमन और अंधऊ गांव के दीपक यादव हैं. इनमें अखिलेश अतरसुआ गांव का तो हैं लेकिन रेवसा में रहता है. इन चारों की उम्र 19 से 22 वर्ष है. जबकि करंडा क्षेत्र के मठिया गांव का पांचवां आरोपित जसवंत यादव उर्फ प्रदुम्न फरार है.
सतीश ने दी थी मछली की पार्टी, वहीं बना प्लान
पूछताछ में हत्यारोपितों ने बताया कि छठ पूजा के दिन रामविलास कन्नौजिया के दरवाजे पर सतीश कन्नौजिया उर्फ कल्लू के भतीजे से मारपीट हुई थी. इस दौरान किसान रामविलास कन्नौजिया वहां मौजूद रहा. लेकिन उसने कोई बीच बचाव नहीं किया. इस परा सतीश को लगा यह घटना रामविलास ने ही करवाई है. इसके बाद से ही वह रामविलास से बदला लेने का प्लान बना रहा था. इसके बाद सतीश ने 17 जनवरी को अपने यहां मछली बनवाया. पांचों दोस्त जुटे खाने-पीने के दौरान रामविलास को मारने की योजना बनी. तय हुआ कि सुबह रामविलास सब्जी बेचने के लिए अकेले मोटरसाइकिल से नंदगंज मंडी के लिए निकलेगा तभी उसकी हत्या कर दी जाएगी.
दो बाइकों पर सवार थे हत्यारोपित
दूसरे दिन 18 जनवरी की सुबह 7.30 बजे पांचो जुटे. अखिलेश विश्वकर्मा, दीपक यादव, गोलू यादव उर्फ रमन यादव व जसवंत उर्फ प्रदुम्न यादव दो बाइकों से निकले. रेवसा हाइवे पर जैसे ही रामविलास अपने गांव से आगे बढ़ा तभी अखिलेश विश्वकर्मा व दीपक यादव ने उसकी बाइक रोक दी. जसवंत ने हाथ पकड़ लिया, तभी सतीश ने चारपाई के बांस से रामविलास के सिर पर वार कर दिया. इसके बाद अन्य साथियों ने डंडे आदि से मारकर उसे मौत के घाट उतार दिया.