प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना नमामि गंगे के लिए नितिन गडकरी ने लोगों से आर्थिक मदद मांगी है। उन्होंने कहा कि एक करोड़ से ज्यादा लोगों से मदद लेने का लक्ष्य है। लंदन और मुंबई के उद्योगपतियों ने 2000 करोड़ रुपये की मदद का आश्वासन दिया है। एक करोड़ रुपये से ज्यादा की मदद करने वाले को केंद्र सरकार द्वारा सम्मानित कर प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
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उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने नमामि गंगे से लोगों को जोड़ने के लिए कहा है। इसके लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली की देखरेख में एक ट्रस्ट बना है। वहां अभी तक 220 करोड़ रुपये जमा हो चुके हैं। गडकरी ने कहा कि इसके लिए एक बैंक खाता बनाया जा रहा है। लोगों को उस खाते में रकम दान करनी होगी। उन्होंने कहा कि जो भी उद्योगपति गंगा के किनारों पर घाट बनवाने, उसके सौंदर्यीकरण, मोक्ष धाम बनवाने, सड़कें व अन्य काम कराने के इच्छुक हैं, सरकार उनकी मदद करेगी।
तीन माह के अंदर शुरू होगा केन-बेतवा प्रॉजेक्ट
प्रेसवार्ता के दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि यूपी और एमपी सरकार के बीच केन व बेतवा को जोड़ने वाले 25000 करोड़ रुपये के प्रॉजेक्ट को लेकर कुछ समस्याएं थीं। दोनों राज्यों के सीएम ने बातचीत से इसे हल कर लिया है। तीन माह के अंदर काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लिए भी यूपी सरकार केंद्र से जो मदद चाहेगी, वह मिलेगी।
गंगे का 70 से 80 प्रतिशत काम पूरा हो जाएगा
उन्होंने डेढ़ माह के अंदर इलाहाबाद के फाफामऊ में भी ब्रिज के निर्माण का काम शुरू करने की घोषणा की। वाराणसी-हल्दिया जल मार्ग को इलाहाबाद तक बढ़ाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। कुंभ से पहले इलाहाबाद में गंगा के घाटों को खूबसूरत बनाने का काम होगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 तक नमामि गंगे का 70 से 80 प्रतिशत काम पूरा हो जाएगा।
(साभार-एनबीटी)