20.18 करोड़ के सिंथेटिक ड्रग्स के साथ चार तस्कर दबोचे गये
एसटीएफ और महाराष्ट्र पुलिस ने की संयुक्त कार्रवाई, दो तस्करों को पहले पकड़ा गया था
यूपी एसटीएफ और ठाणे (महाराष्ट्र) क्राइम ब्रान्च पुलिस ने अन्तर्राज्यीय स्तर पर सिंथेटिक ड्रग्स की तस्करी करने वाले गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके दो साथियों को एसटीएफ पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. बुधवार की शाम से गुरूवार की सुबह तक पकड़े गये चारो तस्करों के पास से भारी मात्रा में तैयार सिंथेटिक ड्रग्स और 20 किग्रा सिंथेटिक ड्रग्स बनाने के केमिकल बरामद किये किये गये हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी अनुमानित कीमत करीब 20.18 करोड़ रूपये बताई गई है.
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एसटीएफ ने बताया कि गिरफ्तार तस्करों में जौनपुर जिले के बरसठी थाना क्षेत्र के पाली गांव के संदीप तिवारी है. यह फिलहाल शिवपुर थाना क्षेत्र के एक अपार्टमेंट में रहता है. दूसरा शिवपुर थाना क्षेत्र के होलापुर का ललित पाठक है. तीसरा अनिल जायसवाल ईस्ट महाराष्ट्र के नाला सोपाड़ा के चाल नगीना दास पाडा का रहनेवाला है. निलेश पाण्डेय गुजरात के श्रीनाथजी नगर चलावापी का निवासी है. इसके अलावा बड़ागांव थाना क्षेत्र धनंजयपुर के विजय और विंदु पटेल हैं. इन्हें बड़ागांव थाना क्षेत्र के औसानगंज और आजमगढ़ जिले के बरदह कस्बा से बुधवार की रात और गुरूवार की सुबह पकड़ा गया. तलाशी में इनके पास से 25 ग्राम नशीला सिंथेटिक ड्रग्स, 20 कि0ग्रा0 नशीला ड्रग्स तैयार करने का केमिकल, 2 हॉट एयर ओवन. 2 जार, 11 मोबाइल फोन, एक क्रेटा कार, एक थार जीप व अन्य सामान बरामद हुए हैं.
ठाणे पुलिस ने दी थी एसटीएफ को सूचना
यूपी एसटीएफ को काफी दिनों से पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों में मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले अपराधियों और तस्करों के सक्रिय होने की सूचनाएं मिल रही थीं. इसके लिए टीम गठित की गई. इसी दौरान ठाणे (महाराष्ट्र) क्राइम ब्रान्च पुलिस ने एसटीएफ से सम्पर्क कर थाना कसावडावली जिला ठाणे में दर्ज नारकोटिक्स एक्ट के मुकदमें में वांछित तस्करों के वाराणसी और आसपास रहने की सूचना दी. महाराष्ट्र पुलिस ने बताया कि तस्कर अपने-अपने ठिकानों से सिंथेटिक ड्रग्स तैयार कर महाराष्ट्र में ले जाकर बेच रहे हैं. इस सूचना पर एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी ने 16 मार्च को ठाणे क्राइम ब्रान्च पुलिस के साथ सिन्धोरा थाना क्षेत्र के भगवतीपुर (मझवां) से सिन्थेटिक ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री का खुलासा करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार इन दो तस्करों ने पूछताछ के दौरान गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम बताए. ठाणे (महाराष्ट्र) क्राइम ब्रान्च पुलिस ने उन्हें भी आरोपित बना लिया. सर्विलांस से पता चला कि आरोपित वाराणसी और आसपास में लुकछिप कर रह रहे हैं. इस सूचना पर एसटीएफ वाराणसी के निरीक्षक अनिल कुमार सिंह और अमित श्रीवास्तव के नेतृत्व में दो टीमों का गठन किया गया. इसी दौरान निरीक्षक अनिल कुमार सिंह को सूचना मिली कि 16 मार्च को सिन्थेटिक ड्रग्स की फैक्ट्री पकड़े जाने के कारण अब यह गिरोह आजमगढ के थाना व कस्बा बरदह में सिन्थेटिक ड्रग्स तैयार कर बेच रहा है. इस पर एसटीएफ और ठाणे पुलिस ने चार तस्करों को गिरफ्तार कर लिया.
सेन्ट्रल मुम्बई की लेडी स्मगलर प्लेन से ले जाती है तैयार माल
जांच में पता चला कि केमिकल को सही अनुपात में मिलाने का काम संदीप तिवारी, विजय पाल और बिन्दू पटेल जानते है. संदीप तिवारी ने ही विजय पाल और बिन्दू पटेल को केमिकल मिक्स करने का काम सिखाया था. ठाणे के बसावडावली थाने में दर्ज नारकोटिक्स एक्ट में वांछित ओम गुप्ता उर्फ मोनू गुप्ता, निवासी विनायक नगर नाला सोपारा मुम्बई (महाराष्ट्र) तस्करों का मुखिया है. इसके सहयोगी अनिल जायसवाल व निलेश पाण्डेय सिंथेटिक ड्रग्स तैयार करने के लिये वापी (गुजरात) के कैमिकल लैब की दुकानों से केमिकल प्राप्त कर विजय पटेल व बिन्दू पटेल को ड्रग्स तैयार करने के लिये देते थे. इसके बाद इनके द्वारा बरदह आजमगढ़ में के एक मोबाइल शाप के अन्दर सिंथेटिक्स ड्रग्स तैयार किया जाता था. सिन्थेटिक ड्रग्स तैयार होने के बाद महिला तस्कर सेमी उर्फ सविता श्यामलाल सरकार जो सेन्ट्रल मुम्बई में रहती है, वह फ्लाइट से आती है, वह तैयार ड्रग्स को 8 लाख रूपये प्रति किलोग्राम के हिसाब खरीद ले जाती है. अभी 4 दिन पहले 2.5 किग्रा सिन्थेटिक ड्रग्स लेकर गयी है और इसका पैसा मुम्बई में ही अनिल जायसवाल के भाई दिलीप जायसवाल को सेण्ट्रल मुम्बई में कैश में दिया गया है. सेमी उर्फ सविता ने 5 किग्रा सिन्थेटिक ड्रग्स तैयार कर उपलब्ध कराने के लिये एडवांस पैसे दिये थे. आपको बता दें कि पिछले 4 अगस्त 2023 को सिंथेटिक ड्रग्स बनाकर अन्तर्राज्यीय स्तर पर मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गिरोह के सदस्य संदीप तिवारी को उसके 4 साथियों के साथ शिवपुर थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी इन्क्लेव से गिरफ्तार किया गया था. उनके पास से 50 लाख कीमत के लगभग 1300 ग्राम नशीला सिंथेटिक ड्रग्स, .32बोर की पिस्टल बरामद हुई थी. लेकिन इस मामले में जमानत पर छूटने के बाद वह सिंथेटिक ड्रग्स तैयार कर तस्करी कर रहा है. तस्करों को ठाणे पुलिस द्वारा थाना बडागांव और आजमगढ़ जिले के बरदह थाने में दाखिल किया गया है. ठाणे पुलिस इन्हें ट्रांजिट रिमाण्ड पर ले जाने के लिए न्यायिक आदेश हासिल करने की प्रक्रिया अपना रही है.