चार दिवसीय छठ पर्व पांच नवंबर से, वाराणसी में घाटों पर तैयारियों का डीएम ने लिया जायजा

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वाराणसी:  सूर्य की उपासना का चार दिवसीय छठ पर्व मंगलवार पांच नवंबर को नहाय खाय के साथ शुरू होगा. इसको लेकर गंगा के 84 घाट, 63 कुंड और तालाबों पर छठ की वेदियां सजने लगी हैं. इस महापर्व के दौरान महिलाएं संतान की लंबी आयु के लिए 36 घंटे का निर्जला व्रत रखेंगी. छठ पर्व का समापन आठ नवंबर को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर होगा. घाटों पर छठ की तैयारियों के बाबत वाराणसी के जिलाधिकारी राजलिंगम और अपर पुलिस आयुक्त एन चिनप्पा समेत नगर निगम के अधिकारी सोमवार को निरीक्षण करने पहुंचे. जिलाधिकारी ने अस्सी घाट स्थित सुबहे बनारस मंच से लेकर तुलसी घाट तक निरीक्षण किया.

साफ सफाई को लेकर डीएम ने जताई नाराजगी

इस दौरान जिलाधिकारी साफ सफाई और घाट पर हो रहे ड्रेजिंग को लेकर काफी नाराज नजर आए. उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों और ठेकेदारों को जमकर फटकार लगाई. जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि इसे तत्काल ठीक कर लिया जाए, नहीं तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने मैन पावर बढ़ाने की भी बात कही. उन्होंने आज रात तक घाट को पूर्ण रूप से ठीक करने के लिए कहा. मीडिया से बातचीत के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि अभी तीन बड़े आयोजन घाटों पर होने जा रहे हैं. जिसको लेकर नगर निगम एडिशनल सीपी तथा अन्य विभागों के साथ घाटों का निरीक्षण किया गया.

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छठ पर्व पर चाक चौबंद हो व्यवस्था- डीएम

उन्होंने कहा कि घाटों की सफाई के साथ ही यहां की मिट्टी निकाल कर लेवल करने की भी बात चल रही है. इस काम को समय से पूरा कर लें. सफाई एकदम सुनिश्चित कर लें. बैरिकेडिंग की व्यवस्था तथा लोगों की मूवमेंट की व्यवस्था प्रॉपर रहे. पेय जल व्यवस्था, चेंजिंग रूम और शौचालय की व्यवस्था यह सारी व्यवस्थाएं रहेंगी. नाग नथैया लीला को लेकर उन्होंने कहा कि लोकल लोगों से बातचीत हुई थी, सफाई की व्यवस्था चल रही है क्योंकि सफाई एक अनवरत काम है वह चलता रहेगा. अंत में उन्होंने कहा कि चेंजिंग रूम, पेयजल की व्यवस्था और शौचालय पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जा रहा है.

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