मकर संक्रांति पर गंगा स्नान व दान का विशेष महत्वस है. सोमवार को काशी में अल सुबह से काशी में गंगा घाट पर स्नान और बाबा के दरबार में दर्शन पूजन करने वाले भक्तों की भीड़ लगी रही. इससे पूरा घाट किनारे की सडकें श्रद्धालुओं से पटी रहीं. गोदौलिया से श्रीकाशी विश्व नाथ मंदिर तक लंबी कतार लगी रही. इससे पूरा मंदिर क्षेत्र बाबा के जयकारे से गुंजायमान रहा. त्योहार पर भक्तों की भीड़ को देखते हुए घाट से लेकर मंदिर तक सुरक्षा व्यवस्था की गई है. भोर से गंगा तटों पर श्रद्धालु पहुंच गए स्नान कर सूर्य को प्रणाम किया.
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मकर संक्रांति पर सूर्यदेव ने सुबह 9:13 बजे धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश किया. भद्राकाल सुबह 9:30 बजे तक रहा. इसलिए गंगा व सरोवरों आदि में स्नान व दान पुण्य का शुभ मुहूर्त 17 मिनट बाद यानी 9:31 बजे से शुरू हुआ. वहीं, कुछ लोगों ने रविवार को ही गंगा स्नान-दानकर मकर संक्रांति मनाया.
लाखों ने लगायी डुबकी
प्रशासन के आंकड़ों के मुताबिक रविवार को करीब पांच लाख आस्थावानों ने काशी के गंगा घाटों पर स्नान किया. वहीं आज संक्रांति पर्व पर पुण्य लाभ कमाने वालों का आंकड़ा सात लाख से अधिक पहुंचने की उम्मीद है. मकर संक्रांति के लिए तिलकुट, लाई, चूड़ा की खरीदारी रात तक हुई. बाजार में आए तिल से बने पट्टी, लड्डू, पैकेट बंद गजक आदि की खूब मांग रही. वहीं, बदाम व लइया की पट्टी के अलावा चूड़ा, बतासा, गट्टा व गुड़ की भी खूब बिक्री हुई. दुकानदार चेतगंज के राधेश्याडम, लहरतारा के विजय ने बताया कि तिलवा-लइया के दाम में 10 प्रतिशत की तेजी आई है. कैंट, मलदहिया, चेतगंज, लहुराबीर, लंका, सिगरा, विश्वेश्वरगंज, पांडेयपुर, पहड़िया, शिवपुर, सुंदरपुर आदि इलाकों में दुकानों पर भीड़ रही.
श्रद्धालुओं को खिलाई पूड़ी-सब्जी
गंगा स्नान कर लौटे रहे श्रद्धालुओं को श्याम मंडल की ओर से गोदौलिया पर कचौड़ी, सब्जी व जलेबी खिलाया गया. ठंड में कांप रहे लोगों को चाय पिलाई गई. वहीं, संस्था की ओर से लक्सा स्थित श्याम मंदिर में शृंगार कर पूजन-अर्चन हुआ. इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष दीपक बजाज, अजय खेमका, दीपक तोदी, सुरेश तुलस्यान, संदीप शर्मा कानू, बंटी लोहिया, श्यामसुंदर गाड़ोदिया आदि रहे.
माघ मेले का पहला स्नान आज
माघ मेले के पहले स्नान पर प्रयागराज में आस्था का जनसैलाब उमड़ गया है. देर रात से ही श्रद्धालु स्नान करने के लिए संगम पहुंच रहे थे. सुबह 5 बजे से संगम नोज पर स्नान दान शुरू हुआ. श्रद्धालु हर-हर गंगे के उद्घोष के स्नान कर रहे हैं. पूरा माहौल भक्तिमय है. भीड़ को देखते हुए इस बार स्नान के लिए 8 घाट बनाए गए हैं. रविवार को 9 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई थी. आज यह आंकड़ा 25 लाख तक पहुंच सकता है. फिलहाल, पूरे माघ मेले में चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात है. करीब 35000 पुलिसकर्मियों को लगाया गया है.