बनारस में खुलेंगे पांच नए फाइव स्टार होटल, 1180 कमरों में मिलेगी अन्तर्राष्ट्रीय सुविधाएं
पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पांच नए फाइव स्टार होटलों के खुलने का रास्ता साफ हो गया है. इनमें अन्तर्राष्ट्रीय सुविधाओं से युक्त 1180 कमरे होंगे. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद पर्यटकों की बढ़ती संख्या ने देशी-विदेशी होटल कारोबारियों को काशी की तरफ आकर्षित किया है. पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ी है. फ्रांस की राजधानी पेरिस बेस्ड फर्म के साथ ही भारतीय अंतरराष्ट्रीय होटलों की चेन से जुड़ी फर्मों ने होटल बनाने के लिए पर्यटन विभाग से समझौता किया है. इन होटलों के बन जाने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार को बढ़ावा मिलेगा.
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होटलों के खुलने की आरम्भिक औपचारिकताएं पूरी
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक आरके रावत ने बताया कि अंतराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से युक्त होटल खुलने हैं. इसके लिए आरम्भिक औपचारिकता पूरी कर ली गई हैं. वाराणसी में पर्यटकों की बढ़ती संख्या ने पर्यटन कारोबार को नया आयाम दिया है. पिछले 23 महीने में करीब 12 करोड़ पर्यटक काशी आ चुके हैं. इसके तहत जेएचवी समूह की क्राउन प्लाजा 300, जेएवी समूह की हॉलिडे इन्न 180, फर्म डू लोवरे समूह की सरोवर पेरिस बेस्ड 300, जींजर भारतीय होटल कंपनी लीमिटेड 300 कमरों का होटल खोलेगी. और रमाडा प्लाजा के 100 कमरों का विस्तार होगा.
काशी में हुआ पर्यटकों की संख्या में इजाफा
काशी के विकास की इस नई कड़री में टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल मेहता का कहना है कि 2013 के मुकाबले पर्यटकों की संख्या कई इजाफा हुआ. अच्छे होटलों के खुलने से पर्यटन कारोबार का विकास होगा और विदेशी पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी. टूरिज्म गिल्ड के अध्यक्ष संतोष सिंह के अनुसार वाराणसी की 40 फीसदी आबादी पर्यटन पर निर्भर है. ज्यादातर लोग इस व्यवसाय से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं. काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर बनने के बाद पर्यटन उद्योग तेजी से बढ़ा है। इसका फायदा नाविक, ट्रांसपोर्टर, होटल संचालक भी उठा रहे हैं. स्थानीय व्यवसायियों और परम्परागत उद्योगों को भी लाभ हो रहा है. ट्रांसपोर्ट उद्योग करीब 60 फीसदी बढ़ा है. 2017 में जहां 30 लोग इस क्षेत्र से जुडे थे, वहीं अब आंकड़ा सौ से ज्यादा का हो गया है. इस क्षेत्र में उत्तरोत्तर विकास हो रहा है.