आज लॉन्च होगा खुदरा डिजिटल रुपये का पहला पायलट
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा डिजिटल रुपये-होलसेल सेगमेंट में पायलट के तौर पर शुरू करने के एक महीने बाद, केंद्रीय बैंक गुरुवार यानी 1 दिसंबर को खुदरा डिजिटल रुपये (E-R) के लिए पहला चरण लॉन्च करने जा रहा है. केंद्रीय बैंक ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि रिजर्व बैंक ने 1 दिसंबर, 2022 को खुदरा डिजिटल रुपये (E-R) के लिए पहला पायलट लॉन्च करने की घोषणा की है. पहले चरण में मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में 1 दिसंबर से लोग अपने स्मार्टफोन्स में डिजिटल वॉलेट के जरिये ई-रुपी का लेन देन कर सकेंगे।
e₹-R: Retail #DigitalRupee
1st Pilot by @RBI
🔹To be launched on December 01, 2022
🔹A digital token representing legal tender
🔹Same denominations as currently issued paper currency and coins#AmritMahotsav pic.twitter.com/Lq0ilBXSUf
— Ministry of Information and Broadcasting (@MIB_India) November 30, 2022
डिजिटल रुपये क्या है…
RBI ने बताया, Digital Rupee डिजिटल टोकन का एक रूप है जो लीगल टेंडर को रिप्रेजेंट करता है। ये क्रिप्टोकरेंसी से बिल्कुल विपरीत है। E-Rupee उसी तरह इशु किया जाएगा, जैसे इंडियान करेंसी और क्वाइन्स इशु किये जाते हैं। E-Rupee को पार्टनरशिप किये गए चार बैंकों के जरिये कस्टमर्स में डिस्ट्रीब्यूट किया जाएगा। RBI ने डिजिटल करेंसी को दो कैटेगरी- CBDC-R और CBDC-W में बांटा है। CBDC-R का मतलब है रिटेल करेंसी, वहीं CBDC-W का मतलब होता है होलसेल करेंसी। ये करेंसी नोटों की तरह ही पूरी तरह वैलिड और मान्य होंगे।
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कैसे काम करेगा…
डिजिटल रूप में जैसे हम अपने बैंक अकाउंट में कैश देखते हैं, वॉलेट में अपना बैलेंस चेक करते हैं. कुछ ऐसे ही इसे भी देख और रख सकेंगे. भारतीय करेंसी का डिजिटल स्वरूप E-Rupee को फिलहाल चार बैंकों के माध्यम से वितरित किया जाएगा. ये करेंसी इन बैंकों की ओर से उपलब्ध एप्स में सुरक्षित होगा. यूजर्स बैंकों की ओर से उपलब्ध एप्स, मोबाइल फोन और डिवाइस में स्टोर्ड डिजिटल वॉलेट के माध्यम से ई-रुपए के साथ लेनदेन कर सकेंगे और इसे आसानी से एक-दूसरे को भेजकर सामान खरीदा जा सकेगा. नकदी की तरह ही धारक को डिजिटल मुद्रा पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा. इसे बैंकों के पास जमा के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है. डिजिटल करेंसी के सर्कुलेशन की गोपनीयता रखी जाएगी. इसके सर्कुलेशन पर RBI का कंट्रोल होगा.
सेंट्रल बैंक ने बताया कि Digital- Rupee का पहला पायलट प्रोजेक्ट शुरू में चार शहरों, मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर को कवर करेगा और बाद में अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला तक विस्तारित होगा। पायलट प्रोजेक्ट चार बैंकों – स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, ICICI बैंक, Yes बैंक और IDFC फर्स्ट बैंक के साथ शुरू होगा। आवश्यकतानुसार बैंकों, यूजर्स और लोकेशन्स को शामिल करने के लिए पायलट का दायरा धीरे-धीरे बढ़ाया जा सकता है।
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