फतेहपुर में भी उन्नाव जैसी जघन्य वारदात, रेप पीड़िता को जिंदा जलाया
उन्नाव में दरिंदगी के बाद पीड़िता को जिंदा जलाने की घटना अभी लोग भूल भी नहीं पाए कि पड़ोसी जनपद फतेहपुर में एक और ऐसी ही वारदात ने लोगों के रोंगटे खड़े कर दिए। फतेहपुर के हुसेनगंज इलाके के एक गांव में शुक्रवार की रात पड़ोस में रहने वाले चाचा ने किशोरी के साथ दरिंदगी की। शनिवार सुबह परिजन उसे लेकर थाने जाने लगे तो आरोपित ने मिट्टी का तेल डालकर पीड़िता को जिंदा जलाने की कोशिश की। 90 फीसदी झुलसी किशोरी को आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां से उसे गंभीर हालत में कानपुर के हैलट अस्पताल रेफर किया गया है।
कानपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के बीच आई मिली इस सूचना पर शहर के अफसरों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन प्रशासनिक अमला हैलट अस्पताल की ओर दौड़ पड़ा। यहां रेप पीड़िता के आने से पहले ही व्यवस्थाएं चाक-चौबंद और डॉक्टरों की टीम को अलर्ट कर दिया गया है।
निर्भया के दोषियों को जल्द फांसी हो : केजरीवाल
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को मांग की कि 2012 में निर्भया के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या करने वाले दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, “देश की तरह हम भी चाहते हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए। सभी लंबित औपचारिकताओं को तेजी से पूरा किया जाना चाहिए।”
दिल्ली सरकार ने इस महीने की शुरुआत में मामले में एक दोषी की ओर से दायर की गई दया याचिका को खारिज करने की पुरजोर सिफारिश की थी।
23 वर्षीय पैरा मेडिकल छात्रा थी
16 दिसंबर, 2012 की शाम दक्षिणी दिल्ली के मुनीरका बस स्टॉप पर एक खाली प्राइवेट बस में अपने दोस्त के साथ चढ़ी 23 वर्षीय पैरा मेडिकल छात्रा के साथ छह लोगों ने चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म किया और क्रूरता की सारी हदें पार करने के बाद उसे और उसके दोस्त को महिपालपुर में सड़क किनारे फेंक दिया था। पीड़ता का इलाज पहले सफदरजंग अस्पताल में चला, उसके बाद बेहतर इलाज के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने उसे सिंगापुर भेजा था। वारदात के तेरहवें दिन पीड़ता ने दम तोड़ दिया। इस मामले में सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उनमें से एक नाबालिग था और एक आरोपी ने तिहाड़ जेल में खुदकुशी कर ली। अब बाकी बचे चार दोषियों को फांसी दी जानी है, जिसकी तैयारी चल रही है।