Kashi द्वार योजना से प्रभावित गांवों के किसानों ने खोला मोर्चा
18 जनवरी को किसान जिला मुख्यालय पर करेंगे प्रदर्शन
वाराणसी के पिंडरा विकास खंड के रमईपुर मंडी परिसर में बुधवार को काशी द्वार के विरोध में बैठक हुई. इसमें किसानों ने अपनी मांग दोहराते हुए कहाकि किसान किसी भी कीमत पर अपनी जमीन नही देंगे.
आवास विकास परिषद द्वारा नोटिस मिलने के बाद आयोजित बैठक में संयुक्त किसान मजदूर मोर्चा के पदाधिकारियों ने हुंकार भरी और प्रशासन को चेतावनी दी. कहाकि किसान अन्नदाता है, लेकिन आज किसानों को उजाड़ कर उनकी उपजाऊ खेती स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है.
योजना रद होने तक करेंगे आंदोलन
मोर्चा के अध्यक्ष फतेहनरायण सिंह, सीपीआईएम के प्रदेश सचिव डॉ हीरालाल यादव व रामजी सिंह ने इस योजना को किसान मजदूर विरोधी बताया. उन्होंने सरकार को योजना क़ो रद्द करने की मांग की. बैठक में 18 जनवरी क़ो जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया. इस दौरान राज्य स्तरीय कमेटी का गठन किया गया. किसानों ने काशी द्वार योजना रद्द होने तक आंदोलन की चेतावनी दी है.
बैठक के दौरान सन्तोष पटेल, प्रेम कुमार नट, अखिलेश कुमार, श्यामलाल, बच्चन, रामजी सिंह, मेवालाल, जितेंद्र कुमार , लक्ष्मण, जोखू, जयशंकर सिंह, नन्दलाल पटेल, नंदा राम शास्त्री, राजू राम, दुर्गानारायण, लक्ष्मण प्रसाद, श्यामधनी मास्टर, जवाहर लाल दुबे आदि रहे.