प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को मिलेगी सब्सिडी: चौहान

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Natural Farming Scheme 2024: केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारत सरकार धरती के अस्तित्व को बचाने के लिए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही है. इसके लिए भारत सरकार प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को सब्सिडी देगी. इसके लिए उन्हें प्राकृतिक खेती के सर्टिफिकेशन की भी व्यवस्था करेगी. साथ ही तीन साल तक किसानों की क्षतिपूर्ति के लिए उनके खातों में पैसा भेजेगी. उन्होंने कहा कि बिना केमिकल के उत्पादन के साथ स्वाद भी बढ़ाया जा सकता है. इसके लिए भारत सरकार संकल्पित है. इस दिशा में लगातार काम किया जा रहा है. देश के वैज्ञानिक बिना केमिकल के उत्पादन बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं.

गौरतलब है कि कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए केमिकल और फर्टिलाइजर के प्रयोग का परिणाम हम सबके सामने है. आज पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज को लेकर चिंतित है, लेकिन इसके जिम्मेदार हम खुद हैं. इससे ये सिद्ध हो गया है कि आने वाली पीढ़ी के लिए यह धरती रहने लायक नहीं रहेगी. ऐसे में हमें समय रहते संभलना होगा. इसके लिए हमे प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना होगा. इसे ध्यान में रखते हुए आज राजधानी लखनऊ के होटल सेंट्रम में “भारतीय प्राकृतिक कृषि पद्धति” कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान बोल रहे थे.

ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज से पूरी दुनिया चिंतित, मानव जाति के अस्तित्व पर खतरा: कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान

ज्यादा उत्पादन के लिए केमिकल फर्टिलाइजर का इस्तेमाल

कार्यक्रम में आए किसानों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि भारत सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे सन्तु निरामया, को आत्मसात कर आगे बढ़ने वाला देश है. भारत की यह भावना प्राचीन खेती में भी निहित थी. उस समय खेती में केमिकल फर्टिलाइजर का इस्तेमाल नहीं होता था. ऐसे में धरती उपजाऊ होती थी और अन्न पोषक पैदा होते थे. वहीं धीरे-धीरे धरती पर दबाव बढ़ता गया और उत्पादन बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा केमिकल फर्टिलाइजर का इस्तेमाल होने लगा.

नई वैराइटी के चलते हो रहा असर…

शिवराज सिंह ने कहा कि नई-नई वैराइटी के लिए ऐसे बीज का प्रयोग होने लगा जिसमें ज्यादा खाद, पानी और कीटनाशक की जरूरत पड़ने लगी. इससे उत्पादन तो बढ़ा, लेकिन बीमारियां भी बढ़ती गईं. इसके लिए कैंसर एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें चलानी पड़ीं. आज हम सभी अपनी सेहत को लेकर काफी गंभीर हैं. यही वजह है कि लोग बिना केमिकल फर्टिलाइजर के कृषि उत्पाद को खरीदने के लिए दोगुने दाम देने को तैयार हैं.

यूपी में जल्द बनेगा प्राकृतिक खेती पर कृषि विश्वविद्यालय- सीएम योगी

इस सम्मेलन में मौजूद सीएम योगी ने कहा कि देश में कई इलाके ऐसे भी थे जहां प्राकृतिक ढंग से भी कृषि उत्पादन अधिक था. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमें बीज से लेकर बाजार तक कृषि उत्पादों के प्राकृतिक स्वरूप को बनाए रखना होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में जल्द ही एक कृषि विश्वविद्यालय को प्राकृतिक खेती के लिए समर्पित किया जाएगा.

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इतिहास के पन्नों को पटलना होगा

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत रहे. वहीं केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने कहा कि हरित क्रांति का लाभ अन्न उत्पादन क्षमता को बढ़ाने में हुआ है, मगर ये अधूरा सच है. हमें 17वीं और 18वीं सदी के भारत के उन प्रांतों में प्राकृतिक खेती से होने वाले उत्पादन दर को भी देखना होगा जब धरती अपने प्राकृतिक स्वरूप में थी और अन्न उत्पादन भी ज्यादा था.

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