किसानों की हड़ताल से जनजीवन प्रभावित
मध्य प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर किसान गुरुवार को सड़कों पर उतर आए। हड़ताल से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। किसानों ने सैकड़ों लीटर दूध सड़कों पर बहा दिया है तो सब्जियों को भी फेंका जा रहा है।
किसान फलों और दूध के सही दाम, कर्ज माफी सहित अन्य मांगों को लेकर गुरुवार से हड़ताल पर हैं। किसानों की यह हड़ताल 10 जून तक जारी रहेगी। राजधानी भोपाल के अलावा इंदौर, उज्जैन, महू आदि स्थानों पर किसानों का प्रदर्शन उग्र रूप ले रहा है। वहीं मंडियों में सब्जियां न आने से व्यापारी और ग्राहक परेशान हैं।
किसानों का कहना है कि मंडी में फसल बेचने के बावजूद उन्हें नगद भुगतान नहीं हो पा रहा है वहीं सरकार उनकी समस्याओं को जानते हुए भी अनजान बनी हुई है। सहकारी बैंकों के कई बार चक्कर लगाने के बावजूद उनके हाथ खाली रहते है।
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इंदौर के किसान नेता जगदीश रावलिया ने बताया, “किसानों को फसलों का उचित दाम नहीं मिल रहा है। आलू और प्याज के भी उचित दाम नहीं मिल पा रहे है। सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है।”
हड़ताल के तहत किसान सड़कों पर दूध बहा रहे हैं, मंडी ले जा रही सब्जियों को सड़कों पर फेंका जा रहा है। उज्जैन में एक आम के ट्रक को रोककर किसानों ने आम को भी सड़कों पर फेंक दिया। इतना ही नहीं शहरों के बाहरी हिस्सों में जमा किसान गांव से आ रहे किसानों को मंडी और बाजार तक सब्जियां ले जाने से रोक रहे हैं।
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