‘सुभाष देसाई’ का इस्तीफा ‘नामंजूर’
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा मंत्रिमंडल के दो सदस्यों के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की घोषणा किए जाने के एक दिन बाद सहयोगी शिवसेना के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने शनिवार को इस्तीफा दे दिया, हालांकि उसे नामंजूर कर दिया गया। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि देसाई (75) पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के काफी करीबी माने जाते हैं। दोनों की शुक्रवार रात हुई मुलाकात के बाद देसाई ने इस्तीफा देने का फैसला किया।
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पुनर्वास परियोजनाओं में भ्रष्टाचार का आरोप
आवास मंत्री प्रकाश मेहता और देसाई के खिलाफ विधानसभा में विपक्ष के हंगामे के बाद फडणवीस ने शुक्रवार को आरोपों की जांच की घोषणा की।देसाई पर निजी बिल्डर्स को लाभ पहुंचाने के लिए एमआईडीसी नासिक की 12,000 हेक्टेयर भूमि डिनोटीफाई करने करने का आरोप है, जबकि मेहता पर मुंबई में झुग्गी बस्ती पुनर्वास परियोजनाओं में भ्रष्टाचार का आरोप है।
जांच कराए जाने की मांग की
फडणवीस ने मेहता के खिलाफ लोकायुक्त एम.एल. तहिलयानी द्वारा और देसाई के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारक ब्यूरो द्वारा जांच का आश्वासन दिया है।देसाई ने इस्तीफे की पेशकश करते हुए कहा, “मैं किसी भी विभाग द्वारा किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हूं।”विपक्ष ने दोनों मंत्रियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय और एक विशेष जांच दल द्वारा जांच कराए जाने की मांग की है।
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