एस्सार ग्रुप के सह-संस्थापक शशिकांत रुइया का निधन, 81 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस

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उद्योग जगत से मंगलवार को एक दुखद खबर सामने आ रही है, जिसमें भारतीय उद्योग जगत के प्रसिद्ध नाम और एस्सार ग्रुप के सह-संस्थापक शशिकांत रुइया का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया है, उनके भाई रवि रुइया और परिवार के अन्य सदस्यों ने शशि रुइया के निधन की सूचना दी. परिवार ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “गहरे दुख के साथ हमें सूचित करना पड़ रहा है कि रुइया और एस्सार परिवार के संरक्षक श्री शशिकांत रुइया का निधन हो गया है, वह 81 वर्ष के थे. सामुदायिक उत्थान और परोपकार के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ उन्होंने एक स्थायी प्रभाव छोड़ते हुए लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया. उनकी विनम्रता, गर्मजोशी और हर किसी से जुड़ने की क्षमता ने उन्हें वास्तव में एक असाधारण नेता बना दिया. ”

शशिकांत रुइया के निधन पर पीएम मोदी ने जताया शोक

शशिकांत रूइया के निधन की खबर की सूचना मिलने पर पीएम मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया है. पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में लिखा है कि, ”श्री शशिकांत रुइया जी उद्योग जगत की एक महान हस्ती थे. उनके दूरदर्शी नेतृत्व और उत्कृष्टता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने भारत के व्यावसायिक परिदृश्य को बदल दिया. उन्होंने नवप्रवर्तन और विकास के लिए उच्च मानक भी स्थापित किये. वह हमेशा विचारों से भरे रहते थे, हमेशा चर्चा करते थे कि हम अपने देश को कैसे बेहतर बना सकते हैं. शशि जी का निधन अत्यंत दुखद है, दुख की इस घड़ी में उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. ॐ शांति.”

कौन थे शशिकांत रूइया ?

शशिकांत रुइया का जन्म 1943 में हुआ था, उन्होंने अपनी यात्रा को व्यवसाय और उद्यमिता के क्षेत्र में शुरू किया. उन्होंने अपने पिता नंद किशोर रुइया के मार्गदर्शन में कारोबार की दुनिया में कदम रखा था, साल 1965 में उन्होंने अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार ग्रुप की स्थापना की, जो शुरुआत में निर्माण और इंजीनियरिंग परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करता था. एस्सार ग्रुप ने बाद में विभिन्न क्षेत्रों में अपने पंख फैलाए, जैसे ऊर्जा, धातु, खनन, बुनियादी ढांचा, और दूरसंचार.

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एस्सार ग्रुप की वृद्धि और सफलता

शशिकांत रुइया ने एस्सार ग्रुप को एक छोटे से निर्माण और इंजीनियरिंग कंपनी से एक विशाल बहुराष्ट्रीय संगठन बना दिया. साल 1990 के दशक में एस्सार ने स्टील और दूरसंचार क्षेत्र में कदम रखा और भारत में एक बड़ी तेल रिफाइनरी और प्रमुख दूरसंचार ऑपरेटर की स्थापना की थी. एस्सार ने इस दौरान वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण साझेदारियां कीं और अपने व्यवसाय का विस्तार किया. ग्रुप की प्रमुख उपलब्धियों में तेल रिफाइनरी का निर्माण, स्टील उत्पादन की वृद्धि, और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान शामिल हैं. इसके अलावा, एस्सार ने ऊर्जा क्षेत्र में भी अपनी उपस्थिति दर्ज की और विश्वस्तरीय तकनीकी क्षमताओं के साथ काम किया.

शशिकांत रुइया को उनके कार्यों और नेतृत्व के लिए कई पुरस्कार और सम्मान मिले. वे फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) जैसी संस्थाओं के सक्रिय सदस्य रहे और उद्योग जगत के लिए मार्गदर्शक भूमिका निभाई. इसके अलावा उन्होंने भारत-अमेरिका संयुक्त व्यापार परिषद और भारत-जापान बिजनेस काउंसिल जैसी कई प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में भी कार्य किया.

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