यूपी पुलिस के ‘मिशन एनकाउंटर’ से अपराधियों का बचना मुश्किल
यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सत्ता संभालते ही अपराधियों (criminals) के खिलाफ शुरू किया गया ऑपरेशन आलआउट बदस्तूर है। यूपी पुलिस ने अबतक 56 अपराधियों को एनकाउंटर में मार गिराया है। वहीं आज सुबह मेरठ में एनकाउंटर के दौरान पुलिस ने दो इनामी बदमाशों को मार गिराया। दोनों बदमाशों पर 25-25 हजार का इनाम था।
मारे गए अपराधियों में ज्यादातर इनामी
यूपी पुलिस ने पिछले एक साल में करीब 1500 एनकाउंटर किए हैं। यानी हर महीने 125 से भी ज्यादा एनकाउंटर। एनकाउंटर के दौरान पुलिस ने करीब 3500 अपराधियों को गिरफ्तार किया वहीं 56 अपराधियों को मार गिराया। पुलिस का दावा है कि मारे गए अपराधियों में 50 फीसदी इनामी अपराधी थे, जिनकी तलाश पुलिस शिद्दत से कर रही थी।
अपराधियों ने रद्द कराई जमानत
यूपी पुलिस के ऑपरेशन ऑलआउट का अपराधियों में इतना खौफ है कि पुलिस एक्शन के डर से पिछले एक साल में करीब 5500 अपराधियों ने कोर्ट से अपनी जमानत ही रद्द करा ली है। अपराधियों में डर है कि कहीं वो बाहर आए तो पुलिस की गोली से उनका सामना न हो जाए।
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दनादन गोलियां उगल रही हैं बंदूकें
एक दौर था जब यूपी पुलिस की सरकारी बंदूकें चलती ही नहीं थी और आजकल अचानक से वहीं बंदूकें दनादन गोलियां उगल रही हैं, है ना कमाल?
एनकाउंटर पर उठे सवाल
यूपी पुलिस द्वारा किए जा रहे ज्यादातर एनकाउंटर सवालों के घेरे में भी आ गए हैं। पिछले दिनों मानवाधिकारों के लिए काम करने वाले एक संगठन ने दावा किया था कि हाल के महीनों में यूपी में हत्याएं हुई हैं। इनमें मरने वालों में ज्यादातर दलित और मुसलमान हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की स्वतंत्र टीमों की ओर से इनकी जांच की मांग की गई है।