इलेक्टोरल बॉन्ड पर बवाल, आपस में भिड़ी कांग्रेस-भाजपा
संसद के शीतकालीन सत्र का गुरुवार को चौथा दिन है। लोकसभा में आज कांग्रेस ने सरकार को चुनावी चंदे वाले इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर घेरा।
कांग्रेस का कहना है कि बॉन्ड के जरिए भाजपा को फायदा हुआ है।
इसे लेकर कांग्रेस ने सरकार से जवाब मांगा है।
इस मुद्दे को लेकर दोनों सदनों में विपक्ष काफी हंगामा कर रही है।
इसी बीच कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट कर दिया है।
इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी नहीं-
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड से सरकारी भ्रष्टाचार को अमीलजामा पहना दिया गया है।
उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड के ना डोनर का पता है, ना कितने पैसे दिए गए यह पता है, जिसको दिया गया है उसकी भी कोई जानकारी नहीं है।
शशि थरूर ने जताई आपत्ति-
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर आपत्ति जताई।
उन्होंने कहा, ‘जब इलेक्टोरल बॉन्ड पेश किए गए थे, तो हममें से कई लोगों ने इस पर गंभीर आपत्ति जताई थी कि कैसे यह आसानी से अमीर निगमों और व्यक्तियों के लिए अनुचित राजनीतिक दलों, विशेष रूप से सत्तारूढ़ पार्टी को प्रभावित करने का एक तरीका बन सकता है।’
विपक्ष का हंगामा-
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के विनिवेश तथा चुनावी बॉन्ड के मुद्दे पर आरबीआई की आपत्ति पर चर्चा करने की मांग कर रहे वाम और कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
हंगामे की वजह से उच्च सदन में शून्यकाल नहीं हो पाया।
सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज पटल पर रखवाए।
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