नन्हीं निर्भया पर जर्नलिस्ट कैफे डाट कॉम से बोले पाक पत्रकार

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पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के कसूर शहर में महज आठ साल की मासूम जैनब के साथ पहले हैवानियत को अंजाम दिया गया फिर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गयी। इस घटना ने न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि भारत में भी सबकी रुह कंपा दी है। सोशल मीडिया पर भी पाकिस्तान की इस नन्हीं ‘निर्भया’ को इन्साफ दिलाने की पहल चलनी शुरू हो गई है।

पूरा विश्‍व स्‍तब्‍ध

विश्‍व को को स्तब्ध कर देने वाली इस घटना के बाद पूरे पाकिस्तान में विरोध-प्रदर्शन जारी है। इसमें फिल्मी हस्तियां और पत्रकार भी शामिल हैं। इस बीच घटना की जांच सेना की खुफिया एजेंसी और आईएसआई को सौंपी गई है। पाकिस्‍तान के प्रधान न्यायाधीश ने घटना का स्वत: संज्ञान लिया और सेना प्रमुख ने ‘नन्‍हीं निर्भया’ के हत्यारों को खोजने में आईएसआई और सेना की खुफिया सेवा को पुलिस को मदद देने को कहा है।

https://www.youtube.com/watch?v=Kkr2v0zkhPY&t=7s

बच्ची के पिता मोहम्मद आमीन का दर्द

बच्ची के पिता मोहम्मद आमीन ने पुलिस के ‘संवेदनहीन रवैये’ को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, ‘पांच जनवरी को जब उसे अगवा किया गया, तब पुलिस ने कोई कदम उठाया होता तो मेरी नन्‍हीं बेटी को बचाया जा सकता था।’

माहिरा ने किया सड़क पर उतरने का आह्वान

पाकिस्तानी अभिनेत्री माहिरा खान और अभिनेता अली जफर ने सोशल मीडिया पर गुस्सा जाहिर किया है। महिरा ने ट्वीट कर कहा, ‘जब भी हमें इस तरह के जघन्य अपराधों का गवाह बनना पड़ता है, हम एक राष्ट्र के रूप में हर बार विफल हुए हैं। हम तब और विफल साबित होंगे जब इस घटना के बूचड़ों को फांसी के तख्ते तक नहीं ला सकेंगे।’

पूरे पाकिस्‍तान में हो रहे हैं विरोध प्रदर्शन

रेप के बाद हत्या करने के खिलाफ पूरे पाकिस्तान में विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इस घटना के प्रति लोगों का गुस्सा चरम पर है और वे सोशल मीडिया का सहारा लेकर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। उस बच्ची के साथ हुई इस क्रूरता के खिलाफ न सिर्फ पाकिस्तान में बल्कि दूसरे देशों में भी न्याय की मांग की जा रही है।

नन्‍हीं निर्भया गयी थी ट्यूशन पढ़ने

पंजाब के रोड कोट इलाके की रहनेवाली यह आठ साल की बच्ची अपने घर के पास ही ट्यूशन गई थी, जिसके बाद कथित तौर पर उसका अपहरण कर लिया गया। अपहरण के बाद बच्ची के साथ रेप कर उसकी हत्या कर दी गई। इसके बाद एक पुलिस कॉन्सटेबल को कूड़े के ढेर से बच्ची का शव मिला। बच्ची के परिवार के हाथ एक विडियो भी लगा था जिसमें जिसमें वह किसी अजनबी के साथ पीरोवाला रोड पर नजर आई थी। यह विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। पंजाब सरकार ने आरोपी का पता बताने पर इनाम भी रखा है।

टीवी एंकर ने अपनी तरफ खींचा ध्यान

सोशल मीडिया पर उस मासूम के लिए इंसाफ की मांग कर रहे लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। सोशल मीडिया पर उस बच्ची के आखिरी होमवर्क की तस्वीरें ट्रेंड कर रही हैं। इन तस्वीरों में उस बच्ची के नोटबुक और स्कूल का बैग शामिल हैं जिन्‍हें देखकर कोई भी भावुक हो सकता है। अपनी नोटबुक पर उस मासूम ने उर्दू में अपने बारे में लिखा है कि उसका नाम क्या है, उसके पिता का नाम क्या है और उसे आम पसंद हैं। इस बच्ची के इंसाफ के लिए पाकिस्तान में लोगों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन ने हिंसक रूप भी ले लिया जिसमें दो लोगों की पुलिस की गोली से मौत हो गयी है। इस घटना के विरोध में पाकिस्तान के समा चैनल की ऐंकर किरण नाज ने अपनी बेटी को गोद में बिठाकर इस घटना की खबर पढ़ी थी।

इस पूरे घटनाक्रम के बाद एक पकिस्तानी टीवी एंकर ने इंटरनेशनल मीडिया में ध्यान खींचा। इसके लिए उन्होंने कुछ अलग करने की सोची। उन्होंने लाइव टीवी में अपनी बच्ची को गोद में बिठाया और पूरी बुलेटिन बच्ची को लेकर पढ़ी।

इस मामले में पत्रकार मोना आलम ने भी अपनी बात रखते हुए बताया…

https://youtu.be/xr5I_529TeQ

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एंकर का वीडियो वायरल

ये समा न्यूज चैनल की एंकर थीं। उनका ये वीडियो खूब वायरल हो रहा है। उन्होंने इस वीडियो में इस घटना के होने से हर मां के दर्द को बयां किया। कई लोग इस एंकर की निंदा कर रहे हैं तो बहुत से नामी टीवी पत्रकारों ने इसे एक सराहनीय काम बताया।

journalistcafe.com से पाकिस्‍तानी पत्रकारों ने ये कहा

journalistcafe.com ने भी इस मामले में पकिस्तान और भारत के कई बड़े पत्रकारों से बात करके उनकी राय जानने की कोशिश की। समा न्यूज चैनल की महिला एंकर ने अपनी बच्ची के साथ बुलेटिन देकर कितना काम सही किया या कितना गलत।

पत्रकार कामरान साकी

पत्रकार कामरान साकी ने जो कि एक पाकिस्तानी टीवी चैनल में काम करते हैं, कहा-‘जैनब के साथ हुई घटना की जितनी भी निंदा की जाये, कम है। सोशल मीडिया और पाकिस्तानी टीवी चैनल ने जैनब के लिए आवाज उठाई ये काफी अच्छी पहल है लेकिन अगर इसका दूसरा पहलू देखें तो मीडिया द्वारा उस बच्ची और उसके परिवार की तस्वीर को जगजाहिर करना भी काफी गलत है। किसी निजी टीवी चैनल के एंकर द्वारा अपनी बच्ची को बुलेटिन पर बैठाया जाना किसी भी तरह से मामले का हल नहीं है। ये सिर्फ चैनल की रेटिंग बढ़ाने के लिए किया गया है। इस बात की जितनी भी आलोचना की जाये कम है। इस तरह की हरकत सिर्फ ऐसे मामलों को बढ़ावा देती है और कुछ नहीं।’

 पत्रकार मोहम्मद इसाक (रॉयल मीडिया नेटवर्क)  

पत्रकार मोहम्मद इसाक ने journalistcafe.com को बताया-‘जैनब के गायब होने के बाद उसके चाचा ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस ने इसके मद्देनजर कोई कार्रवाई नहीं की।

‘उन्होंने कहा कि जैनब को इन्साफ दिलाने में मीडिया का किरदार काफी अहम रहा है। हालांकि अभी तक जैनब को इन्साफ मिला नहीं है लेकिन उम्मीद है कि जल्द मिल जायेगा। जल्द ही मुजरिम पकड़ा जायेगा।

‘एक बच्ची हैवानियत की शिकार हुई है उसकी फोटो को इतना टीवी पर नहीं दिखाना चाहिए था। समा न्यूज चैनल की महिला एंकर भी गलत हैं। इस तरह एक बच्ची को बुलेटिन के दौरान बैठकर ये कहना कि इस तरह मैं उस मां के दर्द को महसूस करना चाहती हूं बिलकुल गलत है। एक मां के उस दर्द को कोई नहीं समझ सकता जिसकी बच्ची के साथ हैवानियत हुई हो और मीडिया उसे उछाले जा रहा हो।’

बच्चों के लिए असुरक्षित है पाकिस्‍तान का कसूर इलाका

–12 घटनाएं पिछले साल हुईं शहर में दो किलोमीटर के दायरे में।

–700 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए बाल यौन शोषण के 2015 से अब तक।

–129 में से 66 मामले दुष्कर्म व अपहरण के दर्ज हुए पिछले साल।

–451 केस बाल यौन शोषण के दर्ज हुए अकेले 2015 में।

–2015 में यौन अपराध गैंग के दबोचे जाने से कसूर अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में आया।

–285 से ज्यादा बच्चों को अपना शिकार बनाया था इस गैंग ने।

–बच्चों के पोर्न वीडियो बेचने के अलावा परिवारवालों को ब्लैकमेल किया करता था।

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