दिल्ली-एनसीआर में डोली धरती, पाकिस्तान में था भूंकप का केंद्र…
दो सप्ताह में दिल्ली- NCR में दूसरी बार झटके
दिल्ली: दिल्ली- एनसीआर में आज भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र पाकिस्तान था जिसके चलते लाहौर में भी झटके महसूस किए गए. भूकंप की त्रीवता 5.8 मापी गई. इतना ही नहीं भूकंप के झटके दिल्ली के साथ उत्तर प्रदेश, राजस्थान , हरियाणा, पंजाब और जम्मू- कश्मीर में भी महसूस किए गए. इतना ही नहीं अफगानिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. बता दें कि दो सप्ताह में दिल्ली- NCR में दूसरी बार झटके महसूस किए गए हैं.
जाने क्या है भूकंप ?…
अगर आपको लगता है कि भूकंप क्यों आता है और यह क्या बला है तो बता दें कि धरती के अंदर 7 प्लेट्स मौजूद है. यह प्लेट्स लगातार घूमती रहती है और जब ये आपस में टकराती या रगड़ती हैं या एक- दूसरे के ऊपर चढ़ जाती हैं तब जमीन हिलने लगती है. इसी प्रक्रिया को भूकंप कहते हैं. भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल किया जाता है जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं.
कैसे नापी जाती है भूकंप की त्रीवता…
गौरतलब है कि भूकंप की त्रीवता रिक्टर स्केल से नापी जाती है. इसमें एक से लेकर नौ अंक तक माप दंड होता है. भूकंप की तीव्रता को उसके केंद्र यानी एपिसेंटर से नापा जाता है. यानी उस केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा को इसी स्केल पर मापा जाता है. सात से अधिक त्रीवता को जोरदार भूकंप में नापा जाता है जबकि पांच और उससे कम को बहुत ही कम श्रेणी में नापा जाता है. नौ यानी सबसे ज्यादा. बेहद भयावह और तबाही वाली लहर. ये दूर जाते-जाते कमजोर होती जाती हैं. अगर रिक्टर पैमाने पर तीव्रता सात दिखती है तो उसके आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटका लगता है.
घबराकर घरों से बाहर निकले लोग
भूकंप के झटकों की वजह से दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई शहरों में लोग दहशत में आ गएं. जयपुर में कई लोग तो डरकर अपने घरों से बाहर निकल आए. इसी तरह जम्मू-कश्मीर में भी भूंकप की वजह से लोगों में खौफ का माहौल दिखा. हालांकि, अभी तक भूकंप की वजह से किसी जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.
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किस तीव्रता का भूकंप कितना खतरनाक…
कम तीव्रता (2.0 या उससे कम): आमतौर पर महसूस नहीं किया जाता, सिर्फ संवेदनशील उपकरण ही इसे दर्ज कर सकते हैं.
मध्यम तीव्रता (3.0-5.4): अक्सर महसूस किया जाता है, लेकिन सामान्यतः इससे बहुत कम नुकसान होता है.
अधिक तीव्रता (5.5-6.9): इमारतों को क्षतिग्रस्त कर सकता है, विशेष रूप से पुराने या कमजोर ढांचे को.
महाविनाशकारी (7.0-7.9): बड़े पैमाने पर विनाश कर सकता है. इससे इमारतें ढह सकती हैं और भूस्खलन हो सकते हैं.
विनाशकारी (8.0 या उससे अधिक): पूरे शहर को नष्ट कर सकता है. सुनामी पैदा कर सकता है और बड़े भूभाग को प्रभावित कर सकता है.