डोनाल्ड ट्रंप की जीवन कहानी…. रियल एस्टेट से राजनीति तक…
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने इतिहास रचते हुए दूसरी बार राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया है. ट्रंप अब दूसरी बार राष्ट्रपति के लिए जनवरी 2025 में शपथ लेंगे. इतना ही नहीं ट्रंप तीन बार राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से पहले अमेरिका के तेजतर्रार अरबपति थे. इतना ही नहीं ट्रंप व्हाइट हाउस अभियान से पहले के दशकों में खूब अख़बारों, टीवी और पत्रिकाओं में छाए रहे.
बेबाक प्रचार शैली से आगे बड़े…
बता दें कि, डोनाल्ड ट्रंप अपनी सर्वप्रिय प्रसिद्धि और बेबाक प्रचार शैली के चलते उन्होंने अनुभवी राजनेताओं को पराजित किया और पहली बार राष्ट्रपति का चुनाव जीतकर व्हाइट हाउस पहुंचे. वहीं विवादों से भरे कार्यकाल के कारण उन्हें एक ही कार्यकाल के बाद पद से हटा दिया गया.
न्यूयॉर्क के रियल एस्टेट व्यवसायी फ्रेड ट्रम्प की चौथी संतान
बता दें कि, डोनाल्ड ट्रंप न्यूयॉर्क के रियल स्टेट व्यवसायी फ्रेड ट्रम्प की चौथी संतान है. परिवार में अरबों के संपत्ति होने के बावजूदभी उनसे कंपनी में सबसे निचले स्तर की नौकरी की अपेक्षा की जाती थी. वहीं उन्होंने अपने स्कूली जीवन में जब दुर्व्यवहार करना शुरू किया तो उनके पिता ने उन्हें सैन्य अकादमी भेज दिया.
पिता के पसंदीदा बने ट्रूप…
कहा जाता है कि ट्रंप कुछ समय के बाद अपने पिता बन गए, क्योंकि उनके बड़े भाई पेन्सिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल से डिग्री प्राप्त करने के बाद पाइलट बनने का विकल्प चुना. इसके बाद कम्पनी के संचालन और जिम्मेदारी के लिए ट्रंप को आगे किया गया.
पिता से लिया था 1 मिलियन का कर्ज…
इतना ही नहीं जानकारी के मुताबिक, ट्रंप ने अपने पिता की कंपनी में शामिल होने से पहले 1 मिलियन का कर्ज लिया और रियल स्टेट में प्रवेश किया. उन्होंने न्यूयॉर्क शहर में अपने पिता की आवासीय परियोजनाओं के व्यापक पोर्टफोलियो के प्रबंधन में मदद की तथा 1971 में कंपनी का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया. इसका नाम उन्होंने ट्रम्प ऑर्गनाइजेशन रखा. उसके बाद साल उनके पिता, जिन्हें ट्रम्प “मेरी प्रेरणा” बताते हैं का 1999 में निधन हो गया.
फिफ्थ एवेन्यू ट्रम्प टॉवर बना घर…
ट्रम्प के शासन में, पारिवारिक व्यवसाय ब्रुकलिन और क्वींस की आवासीय इकाइयों से हटकर मैनहट्टन की शानदार परियोजनाओं की ओर स्थानांतरित हो गया. प्रसिद्ध फिफ्थ एवेन्यू ट्रम्प टॉवर का घर बन गया, जो यकीनन मुगल की सबसे प्रसिद्ध संपत्ति और कई वर्षों तक उनका घर रहा. जीर्ण-शीर्ण कमोडोर होटल को ग्रैंड हयात के रूप में बहाल किया गया.ट्रम्प ब्रांड नाम वाली अन्य संपत्तियां – कैसीनो, कॉन्डोमिनियम, गोल्फ कोर्स और होटल – भी अटलांटिक सिटी, शिकागो और लास वेगास से लेकर भारत, तुर्की और फिलीपींस तक में बनाई गईं.
4 बिलियन डॉलर की है संपत्ति…
बता दें कि दी ट्रंप ने कई किताबें लिखी है. साथ ही उन्होंने प्रो-रेसलिंग प्रोग्रामिंग में काम किया है. ट्रंप ने पेय पदार्थों से लेकर नेकटाई तक सब कुछ बेचा है. लेकिन इस बीच एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि लेकिन हाल के वर्षों में उनकी कुल संपत्ति में गिरावट आई है, फोर्ब्स का अनुमान है कि वर्तमान में उनकी संपत्ति लगभग 4 बिलियन डॉलर है.
राजनीति को बताया मतलबी जीवन…
साल 1980 में ट्रंप ने एक साक्षात्कार में ‘ राजनीति को एक मतलबी जीवन बताया था और कहा कि “सबसे योग्य लोग” इसके बजाय व्यापार जगत को चुनते हैं.
हालांकि 1987 तक आते-आते उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी की संभावना तलाशनी शुरू कर दी थी. उन्होंने 2000 में रिफॉर्म पार्टी के साथ चुनाव लड़ने और फिर 2012 में रिपब्लिकन के तौर पर चुनाव लड़ने के बारे में सोचा.
जनवरी 2017 में बने राष्ट्रपति…
2016 राष्ट्रपति पद के लिए ट्रंप ने दावेदारी पेश की और ‘अमेरिका को फिर से महान बनाओ’ अभियान के नारे के तहत, उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी में अपने प्रतिद्वंद्वियों को आसानी से मात देकर डेमोक्रेट हिलेरी क्लिंटन के खिलाफ मुकाबला किया.
कहा जाएं तो ट्रंप के लिए यह एक नौसिखिए की तरह अभियान था.इस दौरान उन्हें कई विवादों को झेलना पड़ा. यौन शोषण के बारे में शेखी बघारने वाला उनका एक ऑडियो टेप भी लीक हो गया जिसके बाद वह आम चुनाव के दौरान वे जनमत सर्वेक्षणों में पिछड़ते रहे, लेकिन ट्रंप ने एक अनुभवी राजनेता पर अपनी शानदार जीत के साथ पंडितों और चुनाव विशेषज्ञों के खिलाफ आखिरी बाजी जीती. उन्होंने 20 जनवरी 2017 को देश के 45वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली.