पितृ पक्ष में इंदिरा एकादशी का व्रत 21 सिंतबर 2022 को किया जाता है .इस बीच 21 सितंबर यानी आज श्राद्ध एकादशी या इंदिरा एकादशी व्रत है। इस दिन कुछ विशेष उपाय कर पितृ दोष से मुक्ति मिल सकती है, साथ ही भगवान विष्णु की विशेष कृपा बरसती है मान्यता है कि इंदिरा एकादशी व्रत करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है इस दिन ब्राह्मणों को भोजन और दान देने से पितर प्रसन्न होते हैं. पितृ दोष समाप्त के लिए ये उपाय बहुत लाभकारी है. घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। शास्त्रों में एकादशी के दिन कुछ उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से धन लाभ के साथ जीवन में खुशहाली आने की मान्यता है।
ये करने से होतें है दोष दूर:
-इंदिरा एकादशी पर सूर्यास्त के समय तुलसी के समक्ष घी का दीपक लगाकर ॐ वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करते हुए तुलसी की 11 परिक्रमा करें. मान्यता है इससे सौभाग्य में वृद्धि होती है. घर में सुख-शांति का माहौल बना रहता है.
– ज्योतिषों के अनुसार एकदासी के दिन पीपल के पेड़ के पास एक सरसो के तेल का दीपक जलाना चाहिए और पितरों के आत्मा की सन्ति कि कामना करें। मान्यता है कि ऐसा करने से आपकी परेशानिया हल होंगी
-एकादशी के दिन विष्णु सहस्त्रनाम पाठ का करना बेहद लाभकारी माना गया है। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
-कर्ज में डूबे लोगों को इंदिरा एकादशी के दिन भगवान विष्णु को पीले रंग की वस्तु जैसे पीले फूल, पीला फल(केला), पीला अनाज(अरहर दाल) पूजा में अर्पित करना चाहिए. इसके बाद इन सामग्री को गरीब या जरूरतमंदों में बांट दें. ऐसा करने पर कर्ज का बोझ कम होता जाएगा.
-मान्यता है कि इंदिरा एकादशी के दिन शालीग्राम की पूजा करनी चाहिए।