IAS और PCS में क्या होता है अंतर ? जानें वेतन से लेकर नियुक्ति तक सबकुछ
भारतीय युवाओं के बीच प्रशासनिक नौकरियों की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता स्पष्ट दिखाई देती है। इस परीक्षा में प्रत्येक वर्ष लगभग 5 लाख युवा शामिल होते हैं।
भारतीय युवाओं के बीच प्रशासनिक नौकरियों की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता स्पष्ट दिखाई देती है। इस परीक्षा में प्रत्येक वर्ष लगभग 5 लाख युवा शामिल होते हैं। वही राज्य पीसीएस परीक्षाओं इससे भी अधिक युवा अपना भाग्य आजमाते हैं। भारत में आईएस (IAS) का सलेक्सन अंग्रेजो के समय से ही होता आ रहा है। हालांकि उस समय इसमें चुने हुए अधिकारी ICS कहलाते थे। अंग्रेजों ने 1893 में इम्पीरियल सिविल सर्विसेज (ICS) नामक प्रशासनिक सर्विस की शुरुआत उस वक्त की जब उन्हें भारत में सुचारु रूप से शासन चलाने और तथा टैक्स कलेक्ट करने की जब अधिकारीयों की जरूरत पड़ी। आज़ादी के बाद इसका नाम ICS से बदल कर IAS कर दिया गया।
नाम ICS से बदल कर IAS:
अंग्रेजों के देश छोड़ने के बाद भी भारत सरकार ने इस सर्विस को ज्यों के त्यों बरकरार रखा। हालांकि सरकार ने इस एग्जाम का नाम ICS से बदलकर IAS कर दिया। इसका एग्जाम केंद्र लेवल पर कराया जाता है। वही राज्य सरकारें भी IAS की ही तरह एग्जाम आयोजित करवाती है। इन अधिकारियों को PCS या किन्हीं राज्यों में PSC कहा जाता है।
आईएएस (IAS) क्या होता है:
अखिल भारतीय सेवाओं में प्रशासकीय के भाग को IAS कहते हैं। इन अधिकारियों को केंद्र, राज्य और सार्वजनिक क्षेत्रों के उपक्रमों में पदस्थापित किया जाता है। भारत में UPSC (Union Public Service Commission) द्वारा IAS की एग्जाम कराया जाता है और इस परीक्षा में उत्तीर्ण प्रतिभागियों को केंद्र सरकार द्वारा राज्यों में पोस्टिंग की जाती है। इस परीक्षा में टॉप मेरिट वाले प्रतिभागियों का ही सलेक्शन आईएस (IAS) के लिए होता है।
पीसीएस (PCS) क्या है:
UPSC की तरह राज्य में भी पब्लिक सर्विस कमीशन (PSC) होता है। PSC राज्य लेवल पर परीक्षा आयोजित करवाता है। इस परीक्षा में उत्तीर्ण प्रतिभागियों को प्रोविंशियल सिविल सर्विसेज या पीसीएस कहा जाता है। इनकी नियुक्ति SDM, ARTO, DSP, BDO आदि महत्वपूर्ण पदों पर होती है। यहां एक चीज महत्तवपूर्ण है कि PCS अधिकारियों का तबादला दूसरे राज्य में नहीं हो सकता। इनकी नियुक्ति जिस राज्य में होती है वहीँ इनका तबादला होता है।
आईएस (IAS) और PCS/ PSC में अंतर:
आईएस (IAS) |
PCS/ PSC |
IAS का सलेक्शन UPSC करता है। | पीसीएस का सलेक्शन राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राज्य सिविल सेवा परीक्षा से किया जाता है। |
केंद्र द्वारा स्थापित केंद्रीय प्रशासनिक न्यायधिकरण द्वारा IAS की भर्ती और सर्विस से रिलेटेड मामलों का फैसला किया जाता है। | राज्य प्रशानसनिक न्यायाधिकरण द्वारा की भर्ती और सेवा सम्बन्धी मामलों का फैसला किया जाता है। |
UPSC में क्षेत्रीय भाषा का पेपर क्वालीफाइंग होता है। | PCS परीक्षा में क्षेत्रीय भाषा या फिर सांख्यिकी का पेपर अनिवार्य होता है। |
आईएएस अधिकारी को बर्खास्त करने का अधिकार केवल केंद्र सरकार का होता है। | पीसीएस अधिकारी को राज्य सरकार निष्कासित कर सकती है। |
IAS अधिकारियों को राष्ट्रपति नियुक्त करते हैं। | PCS अधिकारियों को राज्यपाल नियुक्त करते हैं। |
पूरे देश में आईएएस अधिकारीयों का वेतन एक समान होता है। | पीसीएस का वेतन प्रत्येक राज्य में अलग होता है। |
एक आईएएस अधिकारी का प्रमोशन एसडीएम से मुख्य सचिव के पद तक हो सकता है। | पीसीएस अधिकारी पदोन्नति होकर आईएएस कैडर के साथ राज्य में सचिव पद तक जा सकता है। |
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